10 अगस्त 2021 मंगलवार श्रावण माह की द्वितीया तिथि के दिन सिंजारा या सिंधारा पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन मंगला गौरी का व्रत भी रहेगा। 11 अगस्त 2021 बुधवार को हरियाली तीज रहेगी। सिधारा पर्व खासकर पंजाबी, हरियाणवी और राजस्थानी महिलाएं मनाती हैं। इस दिन से कई तरह के रिति-रिवाज जुड़े हैं।
1. यह एक श्रृंगार दिवस है। इस दिन महिलाएं सजती संवरती हैं और झुला झूलती और लोकगीत गाती है। स्त्रियां समूह गीत गाकर झूला झूलती हैं।
2. परंपरा के अनुसार यह पर्व थोड़ी बहुत भिन्नता के साथ मनाया जाता है। जैसे नवविवाहित महिलाएं अपने मायके जाकर यह त्योहार मनाती हैं, जबकि कुछ महिलाएं अपने ससुराल में रहकी ही यह पर्व मनाती है।
3. जिन लड़कियों की सगाई हो जाती है, उन्हें अपने होने वाले सास-ससुर से सिंजारा मिलता है।
4. सिंजारा या सिंधारा वह होता है जिसमें साड़ी, मेहंदी, लाख की चूड़ियां, लहरिया, अन्य श्रृंगार का सामन, मठरी, पंजीरी, मिठाई और विशेषकर घेवर शामिल होता है।
5. विवाहित महिलाओं को भी अपने पति, रिश्तेदारों एवं सास-ससुर के उपहार मिलते हैं।
6. सभी महिलाएं मां पार्वती की मूर्ति मध्य में रख आसपास इकट्ठा होकर देवी पार्वती की पूजा करती हैं।
7. इस दौरान मां पार्वती के विभिन्न लोकगीत गाए जाते हैं।
8. इस दिन अच्छे अच्छे पकवान बनाकर खाए जाते हैं और दूरे दिन व्रत किया जाता है।
9. शादी के बाद बहू के मायके से सिंधारा रक्षा बंधन पर भी भेजने का प्रचलन है।
10. यह पर्व अच्छे दांपत्य जीवन, धन, सुख-समृद्धि और दीर्घायु जीवन के लिए मनाया जाता है।