रिअलिटी शो "इस जंगल से मुझे बचाओ" की विजेता मोना वासु बनी हैं, सो क्यों? मोना वासु की किस अदा ने दर्शकों का दिल जीता? देखा जाए तो मोना वासु आज की लड़कियों के लिए आदर्श हैं। कोई भी लड़की उनके जैसा बनना चाहेगी।
पहला कारण तो यह कि मोना वासु इस जंगल में भी कभी जंगली नहीं हुईं। बहुत सी लड़कियाँ/महिलाएँ यहाँ आईं और गईं। सबने किसी न तरह कोई हल्कापन जरूर किया। कोई बिकनी पहनकर नहा रही थी, तो कोई गालियाँ बकने में लड़कों से मुकाबला कर रही थी। मोना ने ऐसा कुछ नहीं किया। पहला गुण यह कि वे सोबर हैं और बहुत से गलत लोगों के बीच अपनी सोबरनेस को कायम रखना जानती हैं।
दूसरा गुण यह कि हर टास्क में उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगाई। लड़की होने के कारण कभी अपने को कमज़ोर नहीं समझा। उन्होंने कई टास्क जीते और अपनी आंतरिक शक्ति का उपयोग किया। यहाँ तक कि न खाने लायक चीजें खाने में भी मोना ने कोई नखरे नहीं दिखाए।
बदन पर साँप-बिच्छू छुड़वाने में भी कभी पीछे नहीं हटीं। महिलाएँ भी इस्पात की तरह मजबूत हो सकती हैं। भावुक होते हुए, कोमल होते हुए भी मजबूत हुआ जा सकता है, इसका उदाहरण मोना हैं।
उनका एक और गुण यह कि वे कभी गलत से नहीं दबीं। बदज़ुबान, बदतहजीब, बदतमीज और बदमिजाज आकाश से सबसे पहले झगड़ा मोना का हुआ। मोना ने कभी भी आकाश की चापलूसी नहीं की। जहाँ तक हो सका अपनी सीमा में रहकर गलत का विरोध किया। आकाश की गाली-गुफ्तार का सबसे पहले विरोध मोना ने किया।
विपरीत परिस्थितियों में आशा और उमंग के साथ मोना जंगल में जीती रहीं। दो महीने के वनवास में सबसे मजबूती से अगर किसी का चरित्र उभरा, तो मोना का। अमन ने माना था कि मोना बहुत मजबूत हैं और वे ही यह गेम शो जीतेंगी। एक चीज थी मोना की मासूमियत और सचाई। अपने तमाम गुणों के कारण मोना इस गेम शो के दर्शकों की चहेती बन गई थीं। मोना ने यह मिथ तोड़ा कि लड़कियाँ लड़कियों को वोट नहीं देतीं। मोना को सबने वोट दिए।
आम लोग दीवाने हैं मज़बूत चरित्र के। मोना ने अपना कैरेक्टर शो किया और एक करोड़ रुपया जीता। वैसे ज्यादा फायदा उन्हें इस शो की टीआरपी से होगा। वो मशहूर और नामचीन हो गई हैं। उन्होंने रिस्क लिया, तपस्या की और अब फल पर पूरा हक उनका है।