विश्वजीत प्रधान ने पुनर्विवाह के बदले चुना ‘बीबीसी शो’
स्टार प्लस पर ‘मर्यादा-लेकिन कब तक’ धारावाहिक के एसएसपी ब्रह्मानंद यानी विश्वजीत प्रधान किसी परिचय के मोहताज नहीं है। 170 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके विश्वजीत ने करियर की शुरुआत शाहरुख खान के साथ टीवी सीरियल फौजी से की थी। उसके बाद उन्होंने मुबंई में काफी स्ट्रगल किया।
उन्होंने बताया कि इसी दौरान दिवंगत अभिनेता फिरोज खान ने उन्हें अपनी फिल्म ‘यलगार’ में एक नकारात्मक चरित्र की भूमिका दी जिसे दर्शकों की भरपूर सराहना मिली और मुंबई में उनका सिक्का जम गया फिर उनकी कई फिल्में आती गई जिनमें उनके काम की काफी सराहना हुई। इन फिल्मों में ‘यलगार’, ‘मोहरा’, ‘गुप्त’, ‘गदर’, ‘राज’, ‘करम’ आदि प्रमुख हैं।
विश्वजीत फिल्मों के अलावा छोटे पर्दे पर भी काफी सक्रिय रहे और अब एक बार फिर से वे छोटे पर्दे पर छाने की तैयारी कर रहे हैं। बीबीसी वर्ल्डवाइड तथा लेखक से प्रोड्यूसर बनी सबा मुमताज ने लाइफ ओके पर अपने आने वाले शो के लिए विश्वजीत प्रधान को साइन कर लिया है। इस धारावाहिक में विराफ फिरोज पटेल तथा छवि पांडे भी मुख्य भूमिका में होंगे।
सूत्रों के अनुसार विश्वजीत को जी टीवी के लोकप्रिय धारावाहिक ‘पुनर्विवाह 2’ में भी एक नकारात्मक किरदार के लिए प्रस्ताव भेजा गया था परंतु बीबीसी के इस धारावाहिक का किरदार ज्यादा मजबूत है। जब विश्वजीत से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे शशि सुमित मित्तल के प्रोडक्शन हॉउस से प्रस्ताव आया था परंतु मैं बीबीसी के इस धारावाहिक को पहले ही हां कर चुका था।
विश्वजीत की कुछ फिल्मों की शूटिंग अभी चल रही है जिसमें थिल्रर फिल्म ‘11.3.7’ है, फिल्म ‘वाह ताज’ आम लोगों की परेशानियों को बयां करने वाली है, भारतीय परिप्रेक्ष्य में ‘मार्शल आर्ट’ पर बनने वाली फिल्म ‘रणवीर द मार्शल’ तथा कश्मीर में आतंकवाद की पृष्ठभूमि में बन रही फिल्म ‘आस्मां’ इत्यादि शामिल हैं।
विश्वजीत ने बताया कि ‘आस्मां’ फिल्म की कथावस्तु इस्लामी जिहाद की अवधारणा के इर्द गिर्द बुनी गई है जिसमें इस अवधारणा को लेकर मचाए जा रहे आतंक पर सवालिया निशान लगाया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि ‘बुलेट राजा’ फिल्म में मेरा किरदार एक ऐसे राजनेता का है जो बाहुबली भी है। इस चरित्र को जीने में मुझे बहुत मेहनत नहीं करनी पड़ी क्योंकि हमने बचपन से ही ऐसे चरित्रों के बारे में खूब सुना है और इस तरह के कई लोगों से मैं मिला भी हूं।