सूत्र ने कहा कि आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 गुना अधिक आवंटन की मांग की है। मंत्रालय ने योजना के लिए 20 हजार करोड़ रुपए का प्रस्ताव दिया है। वित्त वर्ष 2017-18 के बजट में योजना के लिए 6,200 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया था।
सूत्र ने कहा कि उच्च स्तर पर बातचीत जारी है और मंत्रालय को करीब 17 हजार करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। उसने कहा कि वर्ष 2022 तक योजना को पूरा करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने बजट प्रस्ताव में वित्तपोषण पर जोर दिया है। मंत्रालय निर्माण में बेहतरीन गुणवत्ता को आकर्षित करने के लिए मार्च में ग्लोबल हाउसिंग कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी चैलेंज शुरू करने वाला है। (भाषा)