मुंबई। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मौद्रिक नीति समिति की चालू वित्त वर्ष की अंतिम द्विमासिक बैठक में लिए गए निर्णयों की घोषणा की, जिसकी मुख्य बातें निम्नलिखित हैं...
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने लगातार दसवीं बार प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
इसके परिणामस्वरूप रिवर्स रेपो भी 3.35 प्रतिशत पर कायम।
बैंक दर 4.25 प्रतिशत पर यथावत।
मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) दर भी 4.25 प्रतिशत पर बरकरार।
वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक विकास दर 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान।
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में आर्थिक विकास दर 17.2, दूसरी में सात, तीसरी में 4.3 और चौथी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रह सकती है।
चालू वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी विकास दर अनुमान 9.5 प्रतिशत से घटाकर 9.2 प्रतिशत किया।
चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई अनुमान 5.3 प्रतिशत पर यथावत और वित्त वर्ष 2022-23 में खुदरा मुद्रास्फीति के 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान।
ई-रुपी प्रीपेड डिजिटल वाउचर की सीमा 10 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए तक।
मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 6 से 8 अप्रैल 2022 को होगी।