नई दिल्ली। विमानन कंपनी एयर इंडिया की निजी हाथों में बिक्री से देश में निजीकरण के अभियान को बढ़ावा मिलेगा। संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा 2021-22 में यह बात कही गई। सरकार ने इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया का स्वामित्व अधिकार टाटा समूह को 18000 करोड़ रुपए में सौंप दिया।
समीक्षा में साथ ही सभी क्षेत्रों में निजी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए व्यावसायिक उद्यमों में सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका को फिर से परिभाषित करने का सुझाव भी दिया गया है। सरकार ने इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया का स्वामित्व अधिकार टाटा समूह को 18000 करोड़ रुपए में सौंप दिया।
समीक्षा में कहा गया, एयर इंडिया के निजीकरण का यह कदम न केवल विनिवेश से प्राप्त होने वाली आय के मामले में बल्कि निजीकरण अभियान को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह पिछले 20 वर्षों के दौरान देश में निजीकरण का यह पहला समझौता है। इससे देश में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की विनिवेश प्रक्रिया में तेजी आएगी।(भाषा)