कर की दरें तर्कसंगत हों : सीए प्रकाश वोहरा ने कहा कि वर्तमान में फर्मों आदि पर कर की दरें कंपनी की दरों की अपेक्षा अधिक हैं। जहां कंपनी पर 25 प्रतिशत की दर से कर दायित्व होता है, वहीं फर्मों पर यह दर 30 प्रतिशत की है, जो कि तर्कसंगत भी नही है। साथ ही कंपनियों को अन्य धाराओं में विशेष करों की दरों का उल्लेख है, जो कि फर्मों अथवा एलएलपी में वे छूटें नहीं प्रदान की गई हैं। अत: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण इस ओर विशेष ध्यान देकर दोनों को तर्क संगत बनाएं तो बेहतर होगा।