इंदौर के वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट गोविंद अग्रवाल ने वेबदुनिया को बताया कि सबसे सकारात्मक बात यह है कि केन्द्र में मजबूत सरकार है और जीएसटी कलेक्शन में अत्यधिक बढ़ोतरी हो रही है। नकारात्मक बातें भी कम नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतों में वृद्धि के साथ ही अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद भारत वस्तुओं के निर्यात पर टैक्स बढ़ने की संभावना है।
लगातार बढ़ता आर्थिक बोझ : अग्रवाल कहते हैं कि सरकार द्वारा दी जा रहीं विभिन्न रियायतों के कारण सरकार पर आर्थिक बोझ लगातार बढ़ रहा है और भारत की विकास दर में भी कुछ कमी की संभावना व्यक्त की जा रही है। दूसरी ओर, आम करदाता भी महंगाई के कारण काफी प्रभावित हुआ है। ऐसे में सरकार आयकर की सीमा बढ़ा सकती है तथा प्रभावी कर की दरों में कटौती कर सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार वेतनभोगी करदाताओं को स्टेंडर्ड डिडक्शन में बढ़ोतरी कर राहत दी जा सकती है।