वादा खिलाफी के लिए जनता से माफी मांगें मोदी : मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को कहा कि वादों के मकड़जाल में जनता को उलझाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता से नया वादा करने से पहले वादा खिलाफी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि गाजियाबाद में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी रैली  में मोदी ने एक बार फिर वादों की झड़ी लगा दी। यह केवल लोगों की आंखों में धूल झोंकने  वाली बाते हैं। मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी सत्ता में आने के 100 दिन के अंदर  विदेशो में जमा कालाधन लाने का वादा किया था लेकिन गुरुवार को लगभग 1,000 दिन पूरे  होने के बाद भी विदेशों से कालाधन नही आया और न ही ग़रीबों के खातों में 15 से 20 लाख  रुपए आए। मोदी सरकार अब तो विदेशों में जमा कालाधन की चर्चा करने से भी भय खाती है।
 
भ्रष्टाचार से लड़ने का दावा करने का मोदी 'लोकपाल' के गठन के बारे में चुप्पी साध जाते हैं।  यह साबित करता है कि दाल मे जरूर बहुत कुछ काला है। गुजरात में अपनी सरकार में मोदी  ने लोकायुक्त का गठन नहीं होने दिया था, जबकि ये दोनों ही संस्थाएं भ्रष्टाचार से प्रभावी ढंग  से लड़ने के लिए कानूनी तौर से बनाई गई हैं।
 
भ्रष्टाचार के मामले मे केवल 'बाबुओं और राजनेताओं' को ही धमकाया जाता है जबकि  पूंजीपतियों और धन्नासेठों के खिलाफ सरकार की खामोशी से मिलीभगत की बू आती है। जनता को नाटकबाजी से अब और ज्यादा गुमराह नहीं किया जा सकता। (वार्ता)

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