मायावती ने कहा कि गाजियाबाद में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी रैली में मोदी ने एक बार फिर वादों की झड़ी लगा दी। यह केवल लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाली बाते हैं। मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी सत्ता में आने के 100 दिन के अंदर विदेशो में जमा कालाधन लाने का वादा किया था लेकिन गुरुवार को लगभग 1,000 दिन पूरे होने के बाद भी विदेशों से कालाधन नही आया और न ही ग़रीबों के खातों में 15 से 20 लाख रुपए आए। मोदी सरकार अब तो विदेशों में जमा कालाधन की चर्चा करने से भी भय खाती है।
भ्रष्टाचार से लड़ने का दावा करने का मोदी 'लोकपाल' के गठन के बारे में चुप्पी साध जाते हैं। यह साबित करता है कि दाल मे जरूर बहुत कुछ काला है। गुजरात में अपनी सरकार में मोदी ने लोकायुक्त का गठन नहीं होने दिया था, जबकि ये दोनों ही संस्थाएं भ्रष्टाचार से प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए कानूनी तौर से बनाई गई हैं।