टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा के जिला महामंत्री और गंगवार के साले वीरेंद्र सिंह गंगवार उर्फ वीरू समेत करीब 300 कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पार्टी के कर्मठ नेता को टिकट न देकर हाल ही में बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेता को नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से टिकट दे दिया।
नाराज नेताओं का आरोप है कि गंगवार और क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने टिकट विरतण में धांधली कराई है। गंगवार के सगे साले जिला महामंत्री वीरेंद्र सिंह गंगवार ने प्रत्याशियों की सूची जारी होने के कुछ ही समय बाद जिलाध्यक्ष रवीन्द्र सिंह राठौर को अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इसका कारण व्यक्तिगत बताया है। वे भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे।
भाजपा के डॉ. एमपी आर्य लंबे समय से पार्टी के टिकट पर नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे थे। सोमवार शाम पार्टी ने बसपा के पूर्व एमएलसी केसर सिंह गंगवार का नाम प्रत्याशी के रूप में घोषित कर दिया। इससे नाराज डॉक्टर एमपी आर्य के सर्मथकों ने मुख्य मार्ग पर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार का पुतला दहन किया।
आर्य ने पार्टी कार्यकर्ता, सेक्टर अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों की आपातकाल बैठक बुलाई, भाजपा हाईकमान पर आरोप लगाया कि अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को पार्टी टिकट दिया जो हिस्ट्रीशीटर भी है। इस बीच जिलाध्यक्ष राठौर ने बताया की टिकट वितरण के समय कुछ नाराजगी हो जाती है। नाराज नेताओं को मना लिया जाएगा। वरिष्ठ नेताओं का पुतला फूंकना अच्छी बात नहीं है। (वार्ता)