मायावती ने यहां आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के 5 साल का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इस दौरान सरकार सांप्रदायिकता, अराजकता और अपराध को बढ़ावा देने में ही लगी रही। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार ने उनकी पार्टी की सरकार द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं का नाम बदला।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में विकास के अधूरे काम किए गए, लेकिन उसके प्रचार-प्रसार पर अरबों रुपए बहा दिए गए। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने पुत्रमोह में भाई शिवपाल सिंह यादव को कदम-कदम पर अपमानित किया जिससे पार्टी 2 खेमों में बंट गई है और चुनाव बाद यह टूट जाएगी।
मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नाटकबाजी करने वाला बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आप जुमला पार्टी बन चुकी है। केंद्र सरकार के ढाई साल बीतने के बावजूद अब तक एक चौथाई चुनावी वादे भी पूरे नहीं किए गए हैं। नोटबंदी से जहां जनता दुखी है वहीं पार्टी नेता नेताओं, उद्योगपतियों और करीबियों का कालाधन पहले ही ठिकाने लगाने से अब प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार पर बोलने का हक नहीं रह गया है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी का फैसला राजनीतिक स्वार्थ के चलते लिया गया, क्योंकि सरकार अभी यह नहीं बता पा रही है कि कितना कालाधन खजाने में पहुंचा और इस मामले में कितने लोगों को सजा दी गई? भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंडे पर चल रही है जिसका लक्ष्य आरक्षण को खत्म करना है।