कानपुर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के हस्तक्षेप के बावजूद शहर की महाराजपुर और कैंट सीट की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है और रविवार को सपा-कांग्रेस की संयुक्त रैली में मंच पर दोनों सीटों के दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार मौजूद थे और वे अपने-अपने लिए वोट मांग रहे थे।
सुहैल ने रविवार को रैली के मंच से संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर वोट भी मांगे, लेकिन दूसरी तरफ सपा के रूमी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया और वह यह कहते हुए मैदान में हैं कि पार्टी ने उन्हें चुनाव निशान दिया है और समाजवादी पार्टी आला कमान से उन्हें नामांकन वापस लेने का कोई आदेश नहीं मिला है, इसलिए वह चुनाव लड़ेंगे।
उधर, कांग्रेस प्रत्याशी राजाराम का कहना है कि मैं महाराजपुर से चुनाव जरूर लड़ूंगा, क्योंकि मैं गठबंधन का प्रत्याशी हूं। वहीं, अरुणा का कहना है कि उनसे पार्टी ने चुनाव लड़ने को कहा है, इसलिए वह मैदान में हैं। शहर की कैंट सीट पर भी यही स्थिति है। सीट से सपा प्रत्याशी रूमी का कहना है कि वह सपा के टिकट से चुनाव लड़ेंगे।