जिले में पुरुष मतदाताओं के करीब होने के बावजूद हाशिये पर रही महिला प्रत्याशी...

संदीप श्रीवास्तव

बुधवार, 15 फ़रवरी 2017 (17:20 IST)
फैजाबाद जिले में 5 विधानसभा क्षेत्र हैं जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,36,663 व महिला मतदाताओं की कुल संख्या 8,06,540 है। महिला मतदाताओं की इतना भारी संख्याबल होने के बावजूद आजादी के बाद से अब तक मात्र 1 ही महिला प्रत्याशी रानी मानवती देवी वर्ष 1969 में जिले की बीकापुर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय किसान दल के प्रत्याशी राजबहादुर द्विवेदी को 8,000 से अधिक वोटों से हराकर विजयी हुई।

 
उसके बाद से अभी तक फैजाबाद जिले की पांचों विधानसभा से किसी भी सीट पर सफलता नहीं हासिल हुई जबकि प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी ने वर्ष 1971 में फैजाबाद लोकसभा का चुनाव लड़ा था किंतु सफलता ने साथ नहीं दिया। उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। 
 
इतना ही नहीं, राज्य महिला आयोग की पहली अध्यक्ष उषा रावत भी सियासी समर में किस्मत आजमाने के लिए वर्ष 2007 में जिले की सोहावल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरीं लेकिन भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया और हार का सामना करना पड़ा जबकि जिले के पंचायत चुनाव में महिलाओं की भागीदारी कम नहीं रही। वे बीटीसी सदस्य से लेकर जिला पंचायत की कुर्सी तक पहुंची हैं लेकिन जिले की किसी भी विधानसभा से विधानसभा भवन तक का सफर नहीं कर सकीं।
 
इस बार के विधानसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधानसभा परिषद सदस्य स्व. मुन्नासिंह चव्हाण की पत्नी शोभा सिंह को बीकापुर विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है जबकि बीकापुर विधानसभा में पुरुष मतदाता 1,92,976 व महिला मतदाता 1,67,665 हैं। इसके बाद भी क्या शोभा सिंह को महिला शक्ति का एहसास होगा कि नहीं?

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