धार्मिक नगरी अयोध्या में मतदान करने के बाद कटियार ने कहा कि जब मुसलमान भाजपा को वोट नहीं देते तो उन्हें चुनाव में टिकट क्यों दिया जाए? इस चुनाव में अल्पसंख्यकों के वोट की राजनीति भी हाशिये पर पहुंच जाएगी, ज्यादातर मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव हारने जा रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव में शिक्षा, रोजगार और विकास तो मुद्दे हैं लेकिन राम मंदिर निर्माण के बगैर सब बेकार है। अयोध्या विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार वेदप्रकाश गुप्ता का भी कहना है कि इस क्षेत्र में राम भक्त चुनाव का सटीक निर्णय करेंगे। विपक्ष चुनाव में अल्पसंख्यक कार्ड खेल रहा है, लेकिन भाजपा 'सबका साथ-सबका विकास' नारे पर अडिग है।
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवार और सूबे के वन राज्यमंत्री तेज नरायण उर्फ पवन पांडेय ने कहा कि बसपा के मुस्लिम उम्मीदवार का मुसलमानों में कोई प्रभाव नहीं है। यह वर्ग सपा को ही वोट दे रहा है। कांग्रेस के मतदाता भी सपा के पक्ष में मतदान कर रहे हैं।
पांडे का आरोप है कि बसपा अपने मतों को भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में ट्रांसफर करवा रही है, लेकिन स्थानीय लोग विकास के नाम पर वोट दे रहे हैं और विकास में सपा सरकार का कोई जोड़ नहीं है। पांडेय ने कहा कि राम आस्था के विषय हैं। राम कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं हैं। राम के नाम पर राजनीति करने वालों को जनता करारा जवाब देगी। (वार्ता)