विनय कटियार ने उत्तर प्रदेश की जनता को बताया क्यों नहीं बन रहा राम मंदिर...

सोमवार, 6 फ़रवरी 2017 (11:57 IST)
भाजपा के तेजतर्रार नेता विनय कटियार ने एक बार फिर मंदिर मुद्दा छेड़ दिया है। हालांकि जब चुनाव नहीं होते हैं तब भी वे बीच बीच में इस मुद्दे के बारे में कुछ न कुछ कहते ही रहते हैं। हालांकि इस बार उन्होंने फैजाबाद की एक रैली के दौरान कहा कि जिस तरह से बाबरी ढांचे को गिराया गया वैसे ही मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग अयोध्या में राम मंदिर नहीं चाहते वह अराजक तत्व हैं।
उन्‍होंने कहा, 'जिस तरह से ढांचा गिराया गया उसी तरह से मंदिर बनाया जाएगा। अयोध्या में राम मंदिर नहीं चाहने वाले अराजक तत्व हैं और और ऐसे लोग देश को बुरी तरह तबाह और बर्बाद कर रहे हैं।' कटियार ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनेगी तो राज्‍यसभा में वह मजबूत होगी। इससे पार्टी पूरी ताकत से राम मंदिर का निर्माण कराएगी।
 
उन्‍होंने कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए भाजपा की सरकार बनानी जरूरी है। भाजपा नेता ने अपनी रैली के दौरान ज्‍यादातर समय राम मंदिर के मुद्दे को ही उठाया। उन्‍होंने आगे कहा कि राम मंदिर तीन तरीके से बन सकता है। पहला अदालत, दूसरा बातचीत और तीसरा संसद में कानून बनाने के जरिए।
 
क‍टियार ने आगे कहा कि वे जनता को भरोसा दिलाते हैं कि राम मंदिर मोदी सरकार के कार्यकाल में ही बनेगा। सपा और कांग्रेस गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि राहुल बुझे हुए दीपक हैं। सपा ने उनसे गठबंधन कर गलती कर दी। जितनी सीटें उन्‍होंने कांग्रेस को दीं हैं उतनी तो वे खुद ही जीत जाते।
 
गौरतलब है कि विनय कटियार रामजन्‍मभूमि आंदोलन में शामिल रहे थे। राम मंदिर के मुद्दे को भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया है। भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने इस बारे में कहा था कि संवैधानिक तरीके से राम मंदिर का हल निकाला जाएगा। भाजपा लंबे समय से राम मंदिर का मुद्दा उठाती रही है, लेकिन राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के कारण वह इस मुद्दे पर कुछ नहीं कर सकती। यदि भाजपा बिहार जीत जाती हो यह संभव होता।
 
उत्तर प्रदेश की जनता से वोट की झोली भरने का अनुरोध करते हुए कटियार ने दलील दी कि संसद में कानून के जरिए मंदिर बनाने कि लिए ये जरूरी है कि भाजपा का राज्यसभा में बहुमत हो और इसके लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव जितना जरूरी है।
 
गौरतलब है कि 1980 में भाजपा पार्टी का गठन हुआ और तब से ही उसके मुख्य एजेंडे में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शामिल है। इस दौरान भाजपा केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर सत्ता में रह चुकी है, लेकिन इस लोकसभा में बहुमत होने के बावजूद वह न तो धारा 370 पर कोई फैसला ले सकती है और न ही राम मंदिर के मुद्दे पर क्योंकि उसके पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है।

वेबदुनिया पर पढ़ें