लखनऊ। उत्तरप्रदेश में वर्ष 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लक्ष्य करते हुए 22 किस्म के प्राकृतिक सुगंधों को मिलाकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक समाजवादी इत्र लॉन्च किया है और दावा किया है कि इसकी खुशबू से नफरत की राजनीति समाप्त होगी।
सपा की इस पहल पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा मुखिया द्वारा लॉन्च किए गए इत्र से समाजवादी पार्टी के पापों की दुर्गंध नहीं जाने वाली है। सपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को 22 तरह के प्राकृतिक सुगंधों से तैयार समाजवादी इत्र का उद्घाटन किया।
इस मौके पर यादव ने कहा कि यह इत्र लगाकर महकते हुए लोग समाजवादी पार्टी और समाजवादी विचारधारा की याद दिलाते जाएंगे। इसका रंग भी लाल-हरा रखा है। उन्होंने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कहीं दूसरी जगह यह बोतल चली जाए तो खुशबू बदल पाएं, न बदल पाएं लेकिन रंग जरूर बदल देंगे। इस मौके पर कन्नौज से विधान परिषद सदस्य पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी जैन ने कहा कि इसके बाद और खुशबू की तैयारी हो रही है जिसमें 24 प्राकृतिक इत्रों का प्रयोग होगा और पूरे देश में नफरत की जो आंधी फैली है, 2024 में उसको भी मिटाने का काम करेगा।
कन्नौज इत्र के लिए मशहूर है और अखिलेश यादव तथा उनकी पत्नी डिंपल यादव कन्नौज संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। भाजपाप्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके द्वारा लॉन्च किए गए इत्र से समाजवादी पार्टी के पापों की दुर्गंध नहीं जाने वाली है। उनकी भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, गुंडाराज अपराधी व अपराध तथा सरकारी धन की खुली लूट के संरक्षण से उत्पन्न हुई विषैली गंध मिट नहीं सकती है।