अमित शाह का दावा, यूपी में अगर सपा सरकार बनी तो जयंत चौधरी होंगे आउट

शनिवार, 29 जनवरी 2022 (15:50 IST)
देवबंद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देवबंद में चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया कि अगर उत्तरप्रदेश में सपा की सरकार बनी तो जयंत जी सरकार से निकल जाएंगे और आजम खान वापस आ जाएंगे।
 
शाह ने कहा कि कल अखिलेश जी और जयंत जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वो कहते हैं कि हम साथ-साथ हैं। मगर ये साथ कब तक है? अगर इसकी सरकार बन गई तो जयंत जी सरकार से निकल जाएंगे और आजम खान वापस आ जाएंगे। यूपी के लोग तो टिकटों के बंटवारे से समझ गए हैं कि आगे क्या होने वाला है।
 
उन्होंने कहा कि आपका एक वोट उत्तर प्रदेश में माफिया राज भी ला सकता है और वही वोट माफियाराज से मुक्ति भी दिला सकता है। अगर सपा-बसपा की सरकार बनी, तो फिर से माफियाराज आएगा, जातिवाद आएगा। लेकिन अगर भाजपा को वोट दिया तो उत्तर प्रदेश देश का नंबर वन राज्य बनेगा।
 
उत्तर प्रदेश में पिछले 10 साल सपा-बसपा सरकार रही, आपने किसानों के लिए क्या किया? मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के अंदर 2 करोड़ 53 लाख 58 हजार किसानों को 37 हजार 800 करोड़ रुपए प्रति वर्ष 6 हजार के हिसाब किसानों के खाते में भेजने का काम किया है।
 
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आपका एक वोट उत्तर प्रदेश में माफिया राज भी ला सकता है और वही वोट माफियाराज से मुक्ति भी दिला सकता है। अगर सपा-बसपा की सरकार बनी, तो फिर से माफियाराज आएगा, जातिवाद आएगा। लेकिन अगर भाजपा को वोट दिया तो उत्तर प्रदेश देश का नंबर वन राज्य बनेगा। - मा. गृह मंत्री श्री अमित शाह जी - Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) 29 Jan 2022
अमित शाह ने सवाल किया कि पहले क्या आपके घर में लगातार बिजली रहती थी? भाजपा सरकार ने शहरों में 24 घंटे और गावों में करीब 22 घंटे बिजली पहुंचाने का काम किया है। अखिलेश जी, आप मुफ्त बिजली की बात क्या करते हो, अगर आपकी सरकार आई, तो जितनी बिजली अभी मिल रही है, उतनी भी नहीं मिलेगी।
 
उन्होंने कहा कि मुझे कुछ किसानों ने बताया कि गन्ना भुगतान में देरी हो जाती है। हमने तय किया है कि भाजपा के घोषणा पत्र में हम घोषणा करने वाले हैं कि जो देरी होगी उसका ब्याज उस मिल से वसूला जाएगा और ब्याज सहित गन्ने का भुगतान किसानों को किया जाएगा।
 
शाह ने कहा कि ये गन्ने का क्षेत्र है, लगभग 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान भाजपा की सरकार ने किया है। पहले उत्तर प्रदेश में 21 चीनी मिलें सपा और बसपा के शासन काल मे बंद हो गई। जबकि हमारे समय में एक भी चीनी मिल बंद नहीं हुई।
 

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