इन जिलों में होना है मतदान : शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़, बुंलदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा शामिल हैं। मतदान को लेकर पोलिंग पार्टियां भी रवाना कर दी गई हैं, इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं।
623 उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला : राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतदान की तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर चुनाव आयोग की पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गई हैं। इस चरण में 2.28 करोड़ मतदाता 73 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 623 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
लखनऊ में कंट्रोल रूम : लखनऊ में लोक भवन स्थित गृह विभाग में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। सभी सात चरण की निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण होने तक नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय रहकर निगरानी प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखेगा। नियंत्रण कक्ष में कोई भी व्यक्ति टेलीफोन, ई-मेल और फैक्स के माध्यम से कभी भी शिकायत कर सकेगा। इस पर तत्काल समुचित कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी।
पहले चरण वाली सीटों पर महिला चुनावकर्मियों द्वारा संचालित 138 पिंक बूथ पर 261 महिला पुलिसकर्मी और 59 महिला पुलिस निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक तैनात की गई हैं। शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए केन्द्रीय सुरक्षाबल की 800 कंपनियां दी गई हैं। इनमें से 724 कंपनियां मतदान केन्द्रों की सुरक्षा में लगाई गई हैं।
संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त तैनाती : संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों के रूप में खैरागढ़, फतेहाबाद, आगरा दक्षिण, बाह, छाता, मथुरा, सरधना, मेरठ शहर, छपरौली, बड़ौत, बागपत व कैराना को चिन्हित किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से इन विधानसभा क्षेत्रों के 5535 मतदान स्थलों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखते हुए सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं।
50 फीसदी मतदान केंद्रों पर होगी लाइव वेबकास्टिंग : मतदान पर पर्यवेक्षण के लिए हर जिले के कम से कम 50 प्रतिशत स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। इसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया जाएगा।