इस मौके पर चौहान ने कहा कि 2017 में जब भाजपा की सरकार बनी तब सबका साथ-सबका विकास का नारा दिया गया था, लेकिन कालांतर में साथ तो सबका लिया गया, मगर विकास कुछ चंद लोगों का हुआ। इस प्रदेश में चंद लोगों का विकास हुआ और बाकी लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।
चौहान ने कहा कि सपा मेरा पुराना घर है और हम उत्तर प्रदेश की सियासत की बदलकर अखिलेश यादव को फिर से उप्र को मुख्यमंत्री बनायेंगे। उन्होंने कहा कि वह आने वाले दिनों में सभी पिछड़ों और दलित समाज को लामबंद करेंगे। विरोधी लाख साजिश कर लें, लेकिन यह तूफान रुकने वाला नहीं है, बदलाव होकर रहेगा।
मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से भाजपा के निवर्तमान विधायक दारा सिंह चौहान ने 12 जनवरी को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर पिछड़ों, दलितों, वंचितों, किसानों और बेरोजगारों की उपेक्षा और पिछड़ों व दलितों के आरक्षण में खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। चौहान के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई नेताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण की।