जयंत चौधरी ने ठुकराया अमित शाह का प्रस्ताव, दिलाई आंदोलन में मारे गए किसानों की याद

गुरुवार, 27 जनवरी 2022 (07:25 IST)
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले वरिष्ठ भाजपा नेता अमित मिश्रा ने बुधवार को राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को साथ आने का न्योता दिया। हालांकि चौधरी ने लगे हाथ इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और साथ ही केंद्र व राज्य की सत्ताधरी पार्टी को विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर से अधिक समय तक चले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों की याद दिलाई।
 
दरअसल, तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थितियों को भाजपा के और अनुकूल बनाने के प्रयासों के तहत वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को इलाके के जाट नेताओं से संवाद किया।
 

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जाट समाज के प्रतिनिधियों के साथ माननीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी की मेरे निवास स्थान पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई । जिसमें सभी जाट समाज के प्रतिनिधियों ने भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में हमेशा की तरह चट्टान की तरह खड़े रहने का फ़ैसला किया। pic.twitter.com/AT9UWBtjwu

— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) January 26, 2022
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में रालोद के समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि जयंत चौधरी गलत घर में चले गए हैं। यह बैठक दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के आवास पर हुई और इसे सामाजिक भाईचारा बैठक का नाम दिया गया था।
 
वर्मा ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को भाजपा गठबंधन में आने का प्रस्ताव दे दिया और कहा कि भाजपा के दरवाजे उनके लिए खुले हैं।
 
उन्होंने कहा कि यह बात तय है कि चुनाव बाद भाजपा की सरकार बनेगी। जयंत चौधरी ने एक अलग रास्ता चुना है। जाट समाज के लोग उनसे बात करेंगे, उन्हें समझाएंगे। चुनाव के बाद संभवनाएं हमेशा खुली रहती हैं। हमारा दरवाजा आपके लिए खुला है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जाट समाज के प्रतिनिधियों के साथ माननीय गृह मंत्री श्री एक सवाल के जवाब में प्रवेश वर्मा ने कहा कि राजनीति में संभावनाएं हमेशा खुली रहती हैं। किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। चुनाव के बाद देखेंगे कि क्या संभावना बनती है। हम तो चाहते थे कि हमारे घर में आएं पर उन्होंने कोई दूसरा घर चुना है।

भाजपा के इस खुले प्रस्ताव पर जयंत चौधरी ने तत्काल प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया कि न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए!!
 
इसमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर जिले प्रमुख हैं। दूसरे चरण में 14 फरवरी को नौ जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इसमें सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत प्रमुख जिले हैं।
 

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