उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि कोरोना काल में और अभी प्रदेश में फैले बुखार में सरकारी उपेक्षा के चलते उप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था की जर्जर हालत सबने देखी। सस्ते व अच्छे इलाज के लिए घोषणापत्र समिति की सहमति से यूपी कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि सरकार बनने पर 'कोई भी हो बीमारी मुफ्त होगा 10 लाख तक इलाज सरकारी।'