भाजपा को राज्य की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनावों में 255 सीट हासिल हुई हैं और उसके दो सहयोगी दलों ने 18 सीट जीती हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस जीत के साथ आदित्यनाथ का कद बढ़ा है, क्योंकि राज्य में भाजपा के पुन: जीतने के प्रयासों के केंद्र में उनका नेतृत्व था।