शायर मनीष शुक्ला के पहले गजल संग्रह ‘ख्वाब पत्थर हो गए’ का विमोचन उत्तरप्रदेश उर्दू अकादमी के पूर्व अध्यक्ष मशहूर अदीब मलिकजादा मंजूर अहमद ने किया।
लखनऊ स्थित संगीत नाटक अकादमी में पुस्तक के विमोचन अवसर पर अहमद ने कहा कि यह गजल संग्रह जिंदगी के तमाम वास्तविक संदर्भों को रेखांकित करने के साथ-साथ आज के समाज की सच्चाई को उजागर करता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फज्ल-ए-इमाम रिजवी ने कहा कि इस संग्रह की सभी गजलें परिपक्व और पाठकों पर असर छोड़ने में सक्षम हैं।
जलसे की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर शारिब रुदौलवी ने इस अवसर पर कहा कि ‘ख्वाब पत्थर के हो गए’, की ज्यादातर गजलें नयापन और नए तेवरों से लबरेज हैं। (भाषा)