अप्रैल के पहले दिन महंगी हुई 1000 जरूरी दवाइयां, कितने बढ़े दाम?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 1 अप्रैल 2025 (12:12 IST)
medicine price hike : अप्रैल के पहले ही दिन देश में लगभग 1000 से ज्यादा आवश्यक दवाइयों पर महंगाई की मार पड़ी है। नेशनल फार्मास्यूटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने राष्ट्रीय आवश्यक दवाओं की लिस्ट (NLEM) में मौजूद 1000 से ज्यादा दवाइयों की कीमतों में बढ़ोतरी की मंजूरी दी है। ALSO READ: सस्ता हुआ कमर्शियल गैस सिलेंडर, जानिए क्या है नए दाम?
 
NPPA ने दवाओं की कीमतों में 1.74 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी का एलान किया है। एनपीपीए ने जिन दवाओं के दाम बढ़े हैं उनमें क्रिटिकल इंफेक्शन, हार्ट अटैक और डायबिटीज जैसी बीमारियों की दवाइयां शामिल हैं। एंटी बायोटिक और दर्दनिवारक दवाओं के दाम भी बढ़ गए हैं। 
 
एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन की कीमत 11.87 (250 एमजी) और 23.98 रुपए (500 एमजी) प्रति टैबलेट होगी। एमोक्सिसिलिन और क्लैवुलैनिक एसिड के फॉर्मूलेशन वाले एंटीबैक्टीरियल ड्राई सिरप की कीमत 2.09 रुपए प्रति एमएल होगी।

मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की कीमत 6.47 रुपए (200 मिलीग्राम) 14.04 रुपए (400 मिलीग्राम) प्रति टैबलेट होगी। इसी तरह, एसाइक्लोविर जैसे एंटीवायरल की कीमत 7.74 रुपए (200 मिलीग्राम) और 13.90 रुपए (400 मिलीग्राम) प्रति टैबलेट होगी।
 
महंगी दवाओं पर क्या बोलीं अनुप्रिया पटेल : केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में 900 से अधिक आवश्यक दवाओं की कीमतों में बढ़ोत्तरी को लेकर एक लिखित जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स (प्राइस कंट्रोल) ऑर्डर, 2013 (DPCO, 2013) के प्रावधानों के मुताबिक, सभी अनुसूचित दवाओं की कीमतों में होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) (ऑल कमोडिटीज) के आधार पर हर साल संशोधन किया जाता है।
 
पटेल ने बताया कि वित्तीय साल 2024-25 के लिए अनुसूचित दवाओं की कीमतों में WPI के वार्षिक बदलाव के आधार पर 1 अप्रैल, 2024 को 0.00551 प्रतिशत की दर से बढ़ोत्तरी की गई थी। NPPA ने DPCO के पैराग्राफ 2(1)(u) की परिभाषा के मुताबिक, नई दवाओं की खुदरा कीमतों को तय कर दिया है।
edited by : Nrapendra Gupta 

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