शुक्रवार की शाम स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव मे पहुंची। तब तक अधिकतर मरीज अपनी दवा करा चुके थे, वहीं चाऊमीन बेचने वाले दिनेश के साथ ठेला लगाने वाले 2 अन्य दुकानदारों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछ ताछ कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया।स्वास्थ्य विभाग की टीम 20 घंटे देर से गांव में पहुंची। तब तक अधिकांश मरीज अपना इलाज स्थानीय डॉक्टरों से करा चुके थे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जी एम शुक्ला ने बताया है कि इतनी बड़ी संख्या में बच्चे और लोग फूड पॉयजनिंग के शिकार हुए, लेकिन इसकी जानकारी जिला मुख्यालय को समय से नहीं दी गई। इसकी जानकारी मिलते ही चिकित्सकों की टीम गांव मे भेज दी गई।