एक पूरे-का-पूरा अध्याय सिर्फ काले रंग से ही छापा जाएगा : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया कि भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में नोटबंदी के नाम पर एक पूरे-का-पूरा अध्याय सिर्फ काले रंग से ही छापा जाएगा। आज नोटबंदी की 8वीं सालगिरह के ठीक 1 दिन पहले ही कल रुपया, डॉलर के मुकाबले सबसे कमजोर स्थिति में आ गया। जनता पूछ रही है कि क्या ये नोटबंदी की नाकामयाबी की वजह से हुआ या भाजपा की नकारात्मक नीतियों की वजह से?
8 नवंबर 2016 को हुई थी 500 और 1000 रुपए की नोटबंदी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान किया था। नोटबंदी की यह घोषणा उसी दिन आधी रात से लागू हो गई। इससे कुछ दिन देश में अफरातफरी का माहौल रहा और बैंकों के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं। बाद में 500 रुपए और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए गए। सरकार ने तब ऐलान किया कि उसने देश में मौजूद काले धन और नकली मुद्रा की समस्या को समाप्त करने के लिए यह कदम उठाया है।(भाषा)