संतों ने आरोप लगाया कि बॉलीवुड कलाकार शराब और मांस का सेवन करते हैं और अनैतिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, जिसके कारण वे कभी भी रामायण के पवित्र पात्रों की प्रस्तुति नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि पारंपरिक रामलीला करने वाले कलाकार अपने जीवन में नैतिक और धार्मिक अनुशासन का पालन करते हैं।
अयोध्या के मंदिर 'बड़ा भक्त माल' पर यहां के करीब 100 संतों की बैठक में यह मांग की गई। हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी महंत धर्मदास ने कहा कि अयोध्या में रामलीला की एक विशेष परंपरा है और वे भगवान राम, सीता और अन्य के चरित्रों का प्रदर्शन करने वाले लोगों से आशीर्वाद लेते हैं।