प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर के बारे में अपनी कथित टिप्पणी पर स्थानीय निवासियों और पुजारियों द्वारा नाराजगी जताये जाने के एक दिन बाद मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने रविवार को कहा कि उनकी छवि खराब करने के लिए जानबूझकर एक पुराना वीडियो वायरल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में हेमा मालिनी को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, हम कॉरिडोर बनाएंगे और जो इसका विरोध कर रहे हैं, हमें उन्हें कहीं और जाने के लिए कहना पड़ सकता है। इस कथित बयान पर यहां समुदाय के विभिन्न वर्गों ने नाराजगी जताई है।
हेमा मालिनी ने इस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रविवार को टेलीफोन पर बातचीत में 'पीटीआई' से कहा कि यह वीडियो 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले का है। लोगों में मतभेद पैदा करने के लिए जानबूझकर गलत सूचना फैलायी जा रही है। उन्होंने कहा कि कॉरिडोर हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही बनाया जाएगा और सभी पक्षों के हितों की रक्षा की जाएगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि मथुरा मेरी कर्मभूमि है। मैं इस शहर को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही हूं। हमने जो भी परियोजनाएं जमीन पर उतारी हैं वे स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा के लिए ही बनायी गयी थीं।
उन्होंने कहा कि मैं भगवान कृष्ण की सेवा में यहां आई हूं और बृजवासी मेरे परिवार का हिस्सा हैं। प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर का उद्देश्य भीड़ के दबाव को कम करना और भक्तों के लिए सुविधाओं में सुधार करना है।
हालांकि, गोस्वामी समुदाय और दुकानदारों समेत स्थानीय लोगों को विस्थापन, विरासत के नुकसान और वृंदावन के पारंपरिक चरित्र में बदलाव का डर है। बांके बिहारी मंदिर के पुजारी ज्ञानेंद्र किशोर गोस्वामी ने कहा कि भगवान कृष्ण के पास लोगों को सबक देने का अपना तरीका है।
उन्होंने भगवान कृष्ण द्वारा देवराज इंद्र के अभिमान को कुचलने की कहानी का हवाला देते हुए कहा कि हेमा जी को हमें बृजभूमि छोड़ने के लिए कहते समय यह बात ध्यान में रखनी चाहिए।
शनिवार को एक अन्य पुजारी रसिक बिहारी गोस्वामी ने सांसद हेमा मालिनी की कथित टिप्पणी पर निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, वह बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने की योजना से प्रभावित लोगों से बात करने के लिए कभी नहीं आईं, लेकिन इतनी अहंकारपूर्ण तरीके से हमें जाने के लिए कह रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि वह (हेमा मालिनी) कुछ खास अमीर लोगों के लाभ के लिए कॉरिडोर बनाना चाहती हैं। स्थानीय व्यवसायी अनिल गौतम ने भी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि हमने उन्हें मथुरा और वृंदावन से तीन बार इस उम्मीद के साथ चुना कि वह शहर के लोगों के लाभ के लिए काम करेंगी मगर वह तो हमें ही यहां से जाने के लिए कह रही हैं। भाषा Edited by: Sudhir Sharma