कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू (एवियन इन्पलुएन्जा) का मंडरा रहे खतरे पर शनिवार देर रात मत्स्य मंत्रालय,पशुपालन और डेयरी, भारत सरकार की ओर से जारी की गई जांच रिपोर्ट ने 5 जनवरी को हुई पक्षियों की मौतों के पीछे की वजह बर्ड फ्लू (एवियन इन्पलुएन्जा) बताई गई है।
प्राणी उद्यान प्रशासन को था पहले से खतरे का अंदेशा : कानपुर के प्राणी उद्यान 5 जनवरी को सुबह बाड़े में 2 मुर्गों और 2 तोतों की मौत हो गई थी। जिसकी जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे प्राणी उद्यान के अधिकारियों ने बर्ड फ्लू (एवियन इन्पलुएन्जा) के खतरे का अंदेशा हो गया था जिसके चलते आनन-फानन में बाहर से आने वाले चिकन पर पाबंदी लगाते हुए तत्काल सभी बाड़े में साफ सफाई के साथ-साथ दवाइयों का छिड़काव किया जाने के निर्देश दिए थे।
इसी के साथ मृत पक्षियों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भोपाल रिसर्च सेंटर भेजा दिया गया था और पक्षियों के बाड़े की मिट्टी और मल को भी जांच के लिए भेजा गया था और अन्य पक्षिय की सुरक्षा को देखते हुए प्राणी उद्यान प्रशासन ने बाड़े में मौजूद 6 मुर्गों को भी मरवा दिया था।उन्हें वैज्ञानिक तरीके से जमीन में गाड़ दिया था।
रिपोर्ट में एवियन इन्पलुएन्जा (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है। जिसके कारण एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्ड फ्लू) की गाइड लाइन एक्शन प्लान फार प्रेवेन्टेशन कन्ट्रोल एवं कॉन्टेनमेन्ट आफ एविएन इन्फ्लूएन्जा (रिवाइज्ड 2021) के चैप्टर 6 के अनुसार प्राणि उद्यान दर्शकों हेतु अग्रिम आदेशों तक पूर्णत बन्द किया जा रहाा है। या फैसला दर्शकों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है।