Sunil Pal kidnapping case : कॉमेडियन सुनील पाल के किडनैपर अर्जुन कर्णवाल को मेरठ पुलिस गिरफ्तार करके मेडिकल के लिए ले जा रही थी, अचानक रास्ते में उसने सब इंस्पेक्टर की पिस्टल छीनी और गाड़ी से कूद पड़ा। पुलिस ने उसका पीछा करते हुए जीरो माइल स्टोन के निकट थाना लालकुर्ती क्षेत्र से मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। मुठभेड़ के दौरान अर्जुन के पैर में गोली लग गई, तत्काल प्रभाव से उसे जिला अस्पताल उपचार के लिए लाया गया है। अर्जुन बिजनौर का रहने वाला है और उसने बिजनौर के रहने वाले लवी के साथ मिलकर हास्य कलाकार सुनील पाल को अपहरण करके 8 लाख रुपए फिरौती के वसूले थे।
बाद में उन्हीं ज्वेलर्स की दुकानों से किडनैपर्स ने ज्वेलरी खरीदी। ज्वेलरी का पक्का बिल भी दोनों दुकानों से लेने के बाद ज्वेलरी खरीदने आए लोग वापस चले गए। मुंबई में सुनील पाल ने पुलिस से शिकायत करते हुए मुकदमा दर्ज करवाया। मुंबई पुलिस ने घटना मेरठ में होने के चलते अधिकारियों से बात करके केस मेरठ ट्रांसफर कर दिया। मेरठ पुलिस सीसीटीवी और मुकदमे के आधार पर लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल को खोज रही थी।
बाद में अभियुक्त अर्जुन का पुलिस ने पीछा किया, अपने को घिरता पाकर आरोपी ने पुलिस पर फायर खोल दिया, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक गोली अर्जुन के पैर में लग गई। तुरंत उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया है। वहीं मेरठ पुलिस लवी और उसके साथियों की तलाश में जुटी हुई है। घायल अभियुक्त अर्जुन और उसका साथी लवी पाल बिजनौर के रहने वाले हैं और दोनों ने ही मिलकर फिरौती की रकम वसूली थी।
लवी पाल और सुनील पाल का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। अर्जुन की मां पायल अपने बेटे की गिरफ्तारी पर बिजनौर से मेरठ मिलने पहुंची है और उन्होंने मीडिया से कहा कि उनका बेटा बेकसूर है, वह लवी पाल की बातों में आकर उसके साथ चला गया। पुलिस ने उसके निर्दोष बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।