Gangster Anil Dujana Encounter by UP STF : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का अपराधियों के खात्मे का अभियान जारी है। आज मेरठ के थाना जानी क्षेत्र मे भोला की झाल गांव में 75 हजार के इनामी कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना (Anil Dujana) को एक मुठभेड़ के बाद एसटीएफ (STF) ने मार गिराया। नोएडा के बादलपुर गांव के रहने वाले इस अपराधी का उत्तरप्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में आतंक था।
बड़ी वारदात को देना चाहता था अंजाम : पुलिस रिकॉर्ड में उस पर हत्या के 18 मामलों सहित अनेक गंभीर धाराओं में 65 मुकदमे दर्ज थे। वह पिछले महीने पैरोल पर बाहर आया था।
एसटीएफ के पास सूचना थी कि अनिल दुजाना बागपत से स्कार्पियो गाड़ी से किसी घटना को अंजाम देने के लिए निकला है। एसटीएफ को यह भी सूचना थी कि वो मुजफ्फरनगर के रास्ते में है। सटीक सूचना पर पुलिस ने उसकी घेराबंदी की और स्कार्पियो का पीछा करना शुरू कर दिया।
खंभे से जा टकराई स्कार्पियो : बदमाश में अपनी स्कार्पियो को भोला की झाल गांव के पास से गुजरने वाली नहर के पटरी मार्ग पर मोड़ दिया जहां पुलिस को देखते ही उसने अपनी पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी और अपनी स्कार्पियो का बैलेंस नहीं बना सका और उसकी गाड़ी खंभे से जा टकराई। दोनों तरफ से करीब 15 राउंड गोलियां चलीं। इसमें अनिल दुजाना की गोली लगने से मौत हो गई।
उत्तरप्रदेश की एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण ने पत्रकारों को बताया कि मुखबिर से खबर मिली थी कि वह किसी वारदात को अंजाम देने के लिए हथियारों से लैस होकर स्कार्पियो गाड़ी से निकला है।
एसटीएफ की टीम उसका पीछा कर रही थी। जैसे ही उसने पुलिस की गाड़ी को पीछा करते हुए देखा तो उसने स्कार्पियो को नहर पटरी मार्ग पर मोड़ दिया लेकिन एसटीएफ ने उसे चेतावनी देकर आत्मसमर्पण के लिए बोला तो उसने फायरिंग शुरू कर दी लेकिन जवाबी फायरिंग में एक गोली उसके सीने में धंसी और वह वहीं ढेर हो गया। दुजाना पर संगीन धाराओं में 65 मुकदमे दर्ज थे, जिसमें 18 मामले मर्डर के थे।
गवाहों से मांगने लगा रंगदारी : दुजाना यूपी पुलिस के साथ अन्य जिलों में भी आतंक मचाए हुए था, गैंगस्टर अनिल संगठित होकर हत्या और लूट की वारदात करता था। यूपी के अलावा दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा में दुजाना का आतंक रहा है।
अनिल दुजाना को 2011 में नोएडा में चल रहे एक मामले में 3 साल की सजा हुई थी। इसी मामले में वह अप्रैल 2023 में पैरोल पर जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आते ही उसने गवाहों को धमकाने सहित रंगदारी मांगने लगा था।
दुजाना और सुंदर भाटी गैंग की आपसी रंजिश रही है। 2002 में हत्या का एक मामला अनिल पर गाजियाबाद में दर्ज हुआ था। दुजाना ने सुंदर भार्टी पर एके-47 राइफल से हमला किया था।
इस तरह अनिल दुजाना की मौत के बाद अपराध का एक अध्याय खत्म हो गया है और उसके सताए हुए लोगों ने राहत की सांस ली है। Edited By : Sudhir Sharma