Heavy rain in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में एक बार फिर से आफत की बारिश शुरू हो गई है, जिसमें प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी बारिश के चलते आमजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार से मुरादाबाद, मथुरा, बाराबंकी, रायबरेली, उन्नाव और झांसी में बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गई है। मुरादाबाद में हालत यह हो गई कि रेल मार्ग डूबने से ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। मीडिया खबरों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में बारिश से 19 लोगों की मौत हो गई।
वहीं, यूपी की राजधानी लखनऊ में एक एडवाइजरी जारी कि गई है कि वज्रपात और मूसलाधार वर्षा के चलते प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। घर से अति आवश्यक कार्य होने पर ही निकलने की सलाह दी गई है।
लखनऊ में जारी किया हेल्पलाइन नम्बर : मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि अगले 3 घंटों में बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, हरदोई, लखीमपुर-खीरी, लखनऊ, सीतापुर में तूफान और आकाशीय बिजली गिरने और तेज बारिश की संभावना है। ऐसे में लखनऊ प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। लोगों से अपील की है कि वह घर से बाहर ना निकलें, जर्जर और कच्चे मकान को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। इसी के साथ लखनऊ जिला प्रशासन ने अपना हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। यदि किसी भी जनपदवासी को बारिश के कारण परेशानी हो रही है तो वह हेल्पलाइन नंबर 0522-2615195, 0-9415002525 पर कर सकता है।
तीन लोगों की मौत : यूपी के मुजफ्फरनगर से भी एक दर्दनाक खबर सामने आई है, बारिश के चलते भोपा थाना क्षेत्र के रहमत नगर में एक मकान की छत गिरने से मां-बेटी मलवे में दब गई। आनन-फानन में राहत बचाव कार्य करते हुए मां-बेटी को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने बेटी को मृत घोषित कर दिया, वहीं मां की हालत गंभीर बनी हुई है। इसी तरह की खबर कन्नौज से आ रही है, जहां एक कच्चा मकान गिरने 2 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल है।
मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, शामली, गाजियाबाद और नोएडा जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। यह बारिश जर्जर और कच्चे मकानों के लिए खतरे की घंटी है। जैसे ही तेज धूप निकलेगी तो यह मकान जाएंगे। प्रशासन को समय रहते ही इन मकानों को खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा देना चाहिए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
ट्रेंने रद्द : यूपी के मुरादाबाद जिले में अत्यधिक बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं। रेलवे ट्रेक पर पानी भरने के चलते मुरादाबाद मंडल की 8 ट्रेनों को रद्द किया गया है। वहीं कुछ ट्रेनों को मुरादाबाद से पहले ही रोक कर उनका मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। अतिवृष्टि के चलते शहर क्षेत्रों में बने मकान, प्रतिष्ठान सभी जलमग्न हो गए हैं। इसके साथ ही सब्जी और फल मंडी भी बारिश के पानी से लबालब हो गई है।
मुरादाबाद के भीतरी क्षेत्रों में पानी भरने के कारण अधिकांश क्षेत्रों की बिजली काट दी गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटित हो जाएं। वहीं स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया। बारिश की वजह से पुराने मकान गिरे हैं, लेकिन कोई जनहानि की सूचना नही मिली है। फिलहाल बारिश थम गई है, मौसम विभाग की तरफ से बारिश का अलर्ट जारी हुआ है।
मथुरा में भारी बारिश : कान्हा की नगरी मथुरा में रविवार को जमकर बारिश होने से आफत आ गई, यहां पर एक मकान गिर गया, लेकिन गनीमत रही कि मकान बंद था, जिसके चलते कोई हताहत नही हुआ। G20 सम्मेलन के चलते मथुरा-वृंदावन मार्ग की सड़कों को चकाचक किया गया था, लेकिन अत्यधिक बारिश के चलते वह पानी में डूब गई। जहां पानी भरने से राहगीरों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, वही चार पहिया वाहन भी पानी में फंसे हुए नजर आ रहे है, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
स्मार्ट सिटी बदहाल : झांसी जिला भी बारिश की मार झेल रहा है है, यहां तेज बारिश के चलते शहरी नाले उफान पर आ गए हैं। सड़कों पर चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है है, जिसके चलते स्थानीय लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है, पानी में वाहन फंस गए, उन्हें धक्के देखकर निकालना पड़ रहा है। हालांकि झांसी स्मार्ट सिटी है, लेकिन सड़कों की हालत देखकर कोई नहीं कह सकता कि यह स्मार्ट जिला है।
बिजली गिरने से भेड़ों की मौत : उन्नाव जिले में आसमान से बिजली गिरने से पशु चपेट में आ गए हैं। यहां के मुरैरा गांव में रहने वाले मंगली के घेर में बिजली गिरने से 200 भेड़ उसकी चपेट में आ गई, जबकि कई भेड़ों की मौत हो गई है। मंगली पशुपालक को बारिश और बिजली गिरने से काफी नुकसान हुआ है। बाराबंकी जिले में भी आफत की बारिश कहर बन गई है, शहर और गांवों की सड़कें जलमग्न है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली काट दी गई है। खेतों में खड़ी कई बीघा फसल डूब गई है, जिसके चलते किसानों के चेहरे मुरझा गये है।
रायबरेली में बारिश भी आफत बन गई, तेज बारिश के साथ हरचंद शपुर थाना क्षेत्र के प्यारेपुर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से हड़कंप मच गया। गांव के एक घर में दंपति के ऊपर बिजली गिरते ही कोहराम मच गया, आनन फानन में पति-पत्नी को एंबुलेंस की मदद से उपचार के लिए सामुदायिक केन्द्र में भर्ती कराया गया। वही गांव के अधिकांश घरों में बिजली से चलने वाले उपकरण फूंक गए है।
कानपुर में पलायन : उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर भी बारिश के चलते पानी की भेंट चढ़ गया है। सड़कें पानी में डूबी हुई हैं, जिसके चलते सड़कों पर जाम लग गया है, शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई है। कानपुर में गंगा का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण गंगा कटरी क्षेत्र के लगभग 20 गांव बाढ़ग्रस्त हो चुके हैं। इन गांव के रहने वाले लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है, लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। स्थानीय प्रशासन गंगा कटरी के गांव लोगों से अपील कर रहा है कि जर्जर मकानों को तुरंत खाली करके सुरक्षित स्थानों पर कूच कर जायें, वही प्रशासन भी पूरी तरह से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए जुटा हुआ है।
सीएम योगी के निर्देश : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बारिश को लेकर बेहद चिंतित नजर आ रहे है। उन्होंने बारिश प्रभावित जिलों के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बारिश और बिजली गिरने की सूचना मिलते ही तुरंत राहत और उपचार उपलब्ध करवाया जाए। जिन क्षेत्रों में फसलों और पशुओं का नुकसान हो रहा है उनका तुरंत आंकलन किया जाए। वहीं, जलभराव की समस्या से जूझ रहे क्षेत्रों में जल निकासी का प्रबंध किया जाए।