अनुजेश ने जब मार्च 2019 में भाजपा का दामन थामा था तो बदायूं से तत्कालीन सांसद रहे धर्मेंद्र यादव ने एक पत्र जारी कर उनसे अपना नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया था। करहल सीट हमेशा से सपा का बेहद मजबूत गढ़ रहा है और इस उपचुनाव में भी इस सीट पर सपा एवं भाजपा के बीच ही मुख्य मुकाबला होने की संभावना है। ऐसे में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के परिवार के 2 सदस्य तेज प्रताप और अनुजेश चुनावी मैदान में एक-दूसरे के खिलाफ जोर-आजमाइश करते नजर आएंगे।
भाजपा ने आज जारी सूची में कटेहरी सीट पर बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक धर्मराज निषाद को उम्मीदवार बनाया है। धर्मराज निषाद वर्ष 1996, 2002 और 2007 में कटेहरी से विधायक रहे हैं। भाजपा की सहयोगी, निषाद पार्टी गठबंधन के तहत कटेहरी और मझवां सीट मांग रही थी।
भाजपा ने मझवां सीट से पूर्व विधायक सुचिस्मिता मौर्य को मैदान में उतारा है। वे वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में इसी सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक बनी थीं। वर्ष 2022 के चुनाव में यह सीट गठबंधन के तहत निषाद पार्टी के खाते में चली गई थी। उपचुनाव में एक बार फिर सुचिस्मिता को टिकट देकर भाजपा ने अपने वफादारों को तरजीह देने का संदेश दिया है।
प्रदेश की खैर सीट से भाजपा ने सुरेंद्र दिलेर को प्रत्याशी बनाया है। दिलेर हाथरस से भाजपा के सांसद रहे राजवीर सिंह दिलेर के बेटे हैं। भाजपा ने इस साल लोकसभा चुनाव में राजवीर को टिकट नहीं दिया था। भाजपा ने गाजियाबाद से पार्टी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को टिकट दिया है। शर्मा इलाके में भाजपा का ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं। इसके अलावा कुंदरकी सीट से रामवीर सिंह ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। ठाकुर पूर्व में 2 बार कुंदरकी से और एक बार मुरादाबाद-ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।
प्रदेश के मीरापुर सीट पर सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने मिथलेश पाल को उम्मीदवार बनाया है। राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता अनिल दुबे ने बताया कि पार्टी ने भाजपा से गठबंधन के तहत मिली मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर मिथलेश पाल को उम्मीदवार बनाया है। इन सीटों पर उपचुनाव के तहत आगामी 13 नवंबर को मतदान होगा जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।(भाषा)