एसएसपी ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में पुलिसकर्मियों को भाषिनी ऐप जैसे एआई टूल्स के बारे में भी जानकारी दी जा रही है जिससे वे विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं के साथ उनकी भाषा में बातचीत कर सकें। उनके मुताबिक इसके साथ ही 'चैटबॉट' के बारे में भी उन्हें जानकारी दी जा रही है ताकि इस मेले में श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की जा सके।
द्विवेदी ने कहा कि जल सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए जल पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे वे स्नान के दौरान लोगों को डूबने से बचा सकें। उनके अनुसार ए कर्मचारी नावों के सुरक्षित संचालन और सुरक्षा मानकों को देखेंगे, जबकि यातायात पुलिस श्रद्धालुओं का सुगम आवागमन सुनिश्चित करेंगे।(भाषा)