मनीष सिसोदिया ने किया सवाल, अगर बहस से भागना ही था तो चुनौती क्यों दी?

अवनीश कुमार
मंगलवार, 22 दिसंबर 2020 (18:42 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के लखनऊ के गांधी भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं लखनऊ आ गया हूं, उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से 'योगी मॉडल' और 'दिल्ली मॉडल' पर चर्चा करने के लिए लेकिन उनकी तरफ से अभी तक कोई नहीं आया है। मैं सुबह से लखनऊ में हूं और 2 बज चुके हैं, मगर अभी तक सिद्धार्थनाथ सिंह का अता-पता नहीं है। लग रहा वे बहस से डरकर भाग गए हैं। अगर बहस से भागना ही था तो चुनौती ही क्यों दी?
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जब से अरविंद केजरीवाल ने 'दिल्ली मॉडल' को उत्तरप्रदेश में लागू करने के लिए उत्तरप्रदेश में चुनाव लड़ने की घोषणा की तब यूपी के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने हमें केजरीवाल मॉडल बनाम 'योगी मॉडल' पर चर्चा की चुनौती दी। हम केवल 10 ऐसे स्कूल दिखाने की बात कर रहे हैं, जो उनकी सरकार ने बदला हो। सिद्धार्थनाथजी की कुर्सी खाली है, आ जाएं बहस करें, तस्वीरें दिखा दें। हमारे चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अजीब-सा तर्क देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जितनी दिल्ली की आबादी है, उतने हमारे स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं। इसका मतलब वे मानते हैं कि 4 साल में उन्होंने उत्तरप्रदेश में कोई काम नहीं किया।
 
जब आप चुनाव लड़ रहे थे तब तो आपने नहीं कहा था कि बड़ी आबादी होने के कारण आप उत्तरप्रदेश की सेवा नहीं कर पाएंगे, यहां की जनता को सुविधाएं नहीं दे पाएंगे। जो काम नहीं करता, वही बहाने बनता है। योगीजी इसलिए बहाने छोड़िए और काम क्या किया है, वो बताइए। जो 2 करोड़ लोगों के लिए काम कर सकता है, वही 24 करोड़ लोगों के लिए भी काम कर सकता है। बस उसके लिए साफ नीयत और अच्छी नीति चाहिए।
 
अगर आप अरविंद केजरीवाल से प्रदेश की जनसंख्या के हिसाब से ही बात करना चाहते हैं तो उन्होंने 16 लाख बच्चों के लिए काम किया है, आपने 16 लाख बच्चों के लिए क्या काम किया है वही दिखा दीजिए? उत्तरप्रदेश में जिस तरह की सरकार चल रही है, उसके खिलाफ एक ही पार्टी ने विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह है आम आदमी पार्टी और एक ही आदमी आदित्यनाथ सरकार की तानाशाही और जंगलराज पर बोल रहा है और वह है संजय सिंह, बाकी सभी सो रहे हैं।
 
मेरी सूचना के हिसाब उत्तरप्रदेश में 50% बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं जबकि दिल्ली में 62% बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं और ये अनुपात केजरीवाल के सत्ता में आने के बाद से बढ़ा है। उत्तरप्रदेश के लोग चाहते हैं कि उत्तरप्रदेश के सरकारी स्कूल अच्छे हों। जैसे दिल्ली के 70% लोगों को मुफ्त बिजली मिल रही है, वैसे ही उत्तरप्रदेश को भी मिले। अगर उत्तरप्रदेश, दिल्ली से बड़ा है तो उत्तरप्रदेश का बजट भी तो 10 गुना बड़ा है इसलिए आदित्यनाथ के मंत्री बहाना न बनाएं।
 
योगी आदित्यनाथजी, 1 साल अभी भी है। थोड़ा काम कर लीजिए अन्यथा जिस बड़ी आबादी का आप बहाना बना रहे हैं, वही बड़ी आबादी आपको अगले चुनाव में हटाकर केजरीवाल मॉडल की सरकार बना लेगी। मैं उत्तरप्रदेश के लोगों से कहना चाहता हूं कि आपने केजरीवाल मॉडल देख लिया है और आप हमें एक मौका दीजिएगा। मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि आप बाकी सपा, बसपा, कांग्रेस व भाजपा सभी पार्टियों को भूल जाएंगे।

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