mukhtar ansari dies of heart attack : यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी।
मुख्तार अंसारी की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। गुरुवार शाम को 6.15 के आसपास अंसारी अपनी बैरक में बेहोश पाया गया था। आनन-फानन में जेल के 3 डॉक्टरों ने उसका निरीक्षण किया और गंभीर हालत के चलते दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में रेफर किया गया था।
परिवार ने लगाया धीमा जहर देने का आरोप : लोकसभा चुनाव से पहले माफिया मुख्तार अंसारी की मौत से राजनीति में भूचाल आने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। विपक्ष मुख्तार की जेल में हुई मौत को चुनावी मुद्दा बनाने का पूरा प्रयास करेगा।
अधिकारियों की बैठक : शासन के अधिकारियों ने मुख्तार की मौत के बाद एक बैठक बुलाई थी। इसके बाद पूरे प्रदेश में धारा 144 लगाने के निर्देश दिए हैं। कल जुमे की नमाज के चलते सभी संवेदनशील जिलों के डीएम एसएसपी को सतर्क रहने के आदेश भी दिए गए हैं।
मुख्तार अंसारी के पैतृक गांव से उनका परिवार बांदा के लिए निकल गया है, जो रात्रि में 2.30 बजे के आसपास मेडिकल कालेज पहुंच जाएगा। परिवार की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कराते हुए पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद परिवार शव को लेकर गाजीपुर रवाना होगा।
मऊ में सन्नाटा : DGP मुख्यालय ने मऊ, गाजीपुर और बांदा में अफसरों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मऊ में मुख्तार की मौत के बाद सन्नाटा पसर गया है, मुख्तार समर्थकों ने घरों में अंधेरा कर लिया है।
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पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो।
विनम्र श्रद्धांजलि !
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 28, 2024
async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >65 मुकदमे दर्ज : मुख्तार अंसारी को पिछले 18 महीने में 8 मामलो में सजा मिल चुकी थी। उसके खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में कुल 65 मुकदमे दर्ज थे। पिछले 18 सालों से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था। मुख्तार अंसारी की हालत काफी समय से नाजुक बनी हुई थी और इलाज चल रहा था। लेकिन इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।