उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में रविवार शाम पुलिस और बदमाशों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में 1 लाख रुपए का इनामी शातिर बदमाश नईम कुरैशी पुलिस की गोली लगने से ढेर हो गया जबकि एक पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल कालूराम बदमाशों की गोली लगने से घायल हो गया। मुठभेड़ में मारा गया बदमाश अपने साथी के साथ मीरापुर थाना क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
मीरापुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र में दो संदिग्ध बाइक सवार बदमाश घूम रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस ने.एक्टिव होते हुए दो बाइक सवार बदमाशों को घेरा तो उन्होंने पुलिस पर कई राउंड फायर खो दिये।पुलिस की आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्रवाई में करीब 15 से 20 राउंड गोलियां चलीं। इसी दौरान एक बदमाश नईम कुरैशी गोली लगने से घायल हुआ, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं घायल पुलिसकर्मी कालू का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
घटना के दौरान नईम का एक साथी गन्ने के खेत का फायदा उठाकर फरार हो गया। उसकी तलाश में खुद एसएसपी संजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने घंटों कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। मौके से पुलिस ने एक पिस्टल, एक तमंचा, कारतूस और दो मोटरसाइकिलें बरामद की हैं।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने मीडिया को बताया कि एक लाख का इनामी नईम कुरैशी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है, नईम बेहद शातिर किस्म का अपराधी था और उसके ऊपर विभिन्न थानों में कुल 35 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें 20 लूट और 6 हत्या के मामले शामिल हैं। वह दिल्ली और यूपी पुलिस को कई वर्षों से वांछित था और नफीस कालिया गैंग का सक्रिय सदस्य के रूप में जुड़ा हुआ रह चुका था। 2005 में उस पर दिल्ली में पहली बार संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए थे।
हाल ही में वह एक लूट के मामले में जेल से छूटा था और फिर से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गया था। आज शाम मुठभेड़ के दौरान नईम पुलिस पर लगातार फायरिंग कर रहा था। मौके पर मिली पिस्टल काफी उन्नत किस्म की है, जो संभवतः बिहार से लाई गई थी। एसएचओ मीरापुर की बुलेट प्रूफ जैकेट पर भी गोली के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाकर पंचायतनामा भरवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं फरार बदमाश की तलाश के लिए छापेमारी और सर्च ऑपरेशन जारी है। Edited by : Sudhir Sharma