Sambhal Violence: उत्तरप्रदेश के संभल (Sambhal) में बीते रविवार को शाही जामा मस्जिद (Jama Masjid) के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। साथ पुलिस ने कहा है कि पुलिस की तरफ से सिर्फ टीयर गैस, रबर बुलेट और रायट गन का इस्तेमाल किया गया था।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार साम्प्रदायिक भावना से काम कर रही है। इस सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। भाजपा की सरकार पूरे उत्तर भारत में साम्प्रदायिकता फैला रही है। उन्होंने कहा कि सपा, संभल और बहराइच मामलों को विधानसभा में उठाएगी, भाजपा सरकार को बेनकाब करेगी।
नेता विरोधी दल ने कहा कि भाजपा संविधान विरोधी काम कर रही है। भाजपा सरकार संविधान नहीं मानती है। देश जानता है कि 1991 में संसद ने प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट यानी कि पूजा स्थल कानून पारित किया है। इसमें स्पेशल प्रोविजन के तहत बनाया गया। इस कानून के मुताबिक 15 अगस्त 1947 से पहले भारत में जिस भी धर्म का जो पूजा स्थल था, उसे किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता है। अगर कोई ऐसा करने का प्रयास करता है तो उसे 3 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। इस कानून में यह भी प्रावधान है कि दूसरे धर्म के कब्जे का सबूत मिलने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम से साबित होता है कि संभल में प्रशासन की मंशा ठीक नहीं थी और जान-बूझकर घटना कराई गई। भाजपा सरकार नफरत की भावना से काम कर रही है। भाजपा सरकार जानबूझकर प्रदेश में बवाल करा रही है। भाजपा सरकार की मानसिकता साम्प्रदायिकता फैलाने और देश को अधिनायकवादी व्यवस्था में बदलने की है।(इनपुट एजेंसियां)