उन्होंने कहा कि 'हिंदुस्तान उन लोगों के लिए जगह नहीं है जो हिंदी नहीं बोलते हैं। उन्हें इस देश को छोड़कर कहीं और चले जाना चाहिए। डॉ. निषाद ने कहा कि जो भारत में रहना चाहते हैं, उन्हें हिंदी से प्यार करना होगा। यदि आपको हिंदी पसंद नहीं है तो यह मान लिया जाएगा कि आप विदेशी हैं या फिर विदेशी शक्तियों से जुड़े हुए हैं।
निर्बल इंडियत शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी के नेता डॉ. निषाद ने कहा कि हम क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान करते हैं। मेरे मन में भी सभी क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग हिन्दी का विरोध का देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कानून का उल्लंघन करने वाले को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए।
क्या है पूरा विवाद : हाल ही में कन्नड़ अभिनेता किच्चा सुदीप ने केजीएफ फिल्म की अपार सफलता के बाद कहा था कि हिन्दी अब राष्ट्रीय भाषा नहीं रही, जवाब में हिन्दी फिल्मों के अभिनेता अजय देवगन ने कहा था कि हिन्दीराष्ट्रीय भाषा नहीं है तो फिर आप दक्षिण की फिल्मों को हिन्दी में डब करके क्यों रिलीज करते हो। हिन्दी राष्ट्रीय थी, है और रहेगी। इन दोनों सितारों की टक्कर के बाद कन्नड़ के कई नेता भी सुदीप के समर्थन में उतर आए थे।