अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम: रामायण के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों ने बिखेरी छटा, सीएम योगी ने किया स्वागत

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

बुधवार, 30 अक्टूबर 2024 (17:09 IST)
Deepotsav program in Ayodhya: छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या में बुधवार को भव्य दीपोत्सव (Deepotsav) समारोह के तहत झांकियों की एक शोभायात्रा निकाली गई। रामायण (Ramayana) के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों में देशभर के शास्त्रीय नर्तकों की प्रस्तुति ने राम पथ पर अपना जादू बिखेरा। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह से पहले अयोध्या पहुंचे और श्रीराम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत किया।
 
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क तक निकाली गई 18 विशेष झांकियां इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण रहीं। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इन झांकियों में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। झांकियों के दृश्य को हर कोई अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद करता दिखा। इस दौरान रामपथ पर गुलाल उड़ने के साथ जमकर आतिशबाजी भी हुई।
 
विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया : इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर श्रीराम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया गया बल्कि उनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया। प्रवक्ता के मुताबिक इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्याभिषेक का आयोजन भी किया जाएगा जिसके साथ ही अयोध्या का दीपोत्सव अपने भव्य रूप में आरंभ होगा।
 
महोत्सव में साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और 7 झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गईं। पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के 7 अध्यायों- बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं।
 
इस 8वें दीपोत्सव में श्रीराम की शिक्षा, सीता-राम विवाह, वन गमन, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान का लंका गमन, शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना, रावण वध, अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है।
 
शोभायात्रा के राम पथ पर आगे बढ़ते ही स्थानीय लोग सड़क के दोनों तरफ खड़े हो गए और पुष्पवर्षा कर उसका स्वागत किया। इस शोभायात्रा में भाग लेने वाली जम्मू-कश्मीर की साक्षी ने 'पीटीआई-वीडियो' से कहा कि हम अपने राज्य की संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।
 
जम्मू-कश्मीर के एक अन्य प्रतिभागी विशाल शर्मा ने कहा कि हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हम भव्य मंदिर में श्रीरामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव में भाग ले रहे है। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी शोभायात्रा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह सभी के लिए खुशी का क्षण है, क्योंकि यह एक उत्सव का अवसर है। हम भी दूसरों की तरह जश्न मना रहे हैं।
 
राज्य सरकार ने बुधवार शाम अयोध्या में सरयू के तट पर 28 लाख से ज्यादा दीये प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड कायम करने की योजना बनाई है। इस साल जनवरी में मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव आयोजन है।
 
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने स्थानीय कारीगरों से 28 लाख दीये मंगवाए हैं ताकि अगर किसी कारण से 10 प्रतिशत दीये खराब भी हो जाएं तो भी 25 लाख दीये प्रज्वलित करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए राम की पैड़ी तथा अन्य घाटों पर तैयारियां जोरों पर हैं। घाट प्रभारी और समन्वयक नियमित रूप से दीयों को घाट पर व्यवस्थित तरीके से रख रहे स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार में अयोध्या में यह 8वां दीपोत्सव कार्यक्रम होगा। सरकार ने घाटों पर 5 से 6 हजार लोगों की मेजबानी की व्यवस्था की है, वहीं अन्य लोगों को कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाने के लिए 40 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। दीपोत्सव का उद्देश्य धार्मिक नगरी के आध्यात्मिक, पारंपरिक और सांस्कृतिक सार को प्रदर्शित करना है। इस कार्यक्रम में 6 देश म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे।
 
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया स्वागत : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह से पहले अयोध्या पहुंचे श्रीराम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत किया। नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद रामनगरी में पहली बार दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
 
श्रीराम के सीता और लक्ष्मण हनुमान और अन्य लोगों के साथ 'पुष्पक विमान' (हेलीकॉप्टर) से अयोध्या पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। भगवान राम के रथ को मुख्यमंत्री और अन्य लोगों ने राम दरबार स्थल तक खींचकर पहुंचाया। आदित्यनाथ ने बाद में उनकी आरती उतारी।
 
बुधवार को शहर में उत्सव का माहौल रहा। छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या में बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह के तहत झांकियों की एक शोभायात्रा निकाली गई। रामायण के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों में देशभर के शास्त्रीय नर्तकों की प्रस्तुति ने राम पथ पर अपना जादू बिखेरा।
 
18 विशेष झांकियां इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण रहीं : राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक निकाली गई 18 विशेष झांकियां इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण रहीं। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इन झांकियों में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। झांकियों के दृश्य को हर कोई अपने मोबाइल में कैद करता दिखा। इस दौरान रामपथ पर रंग-गुलाल उड़ने के साथ जमकर आतिशबाजी भी हुई।
 
इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर श्रीराम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढ़ंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया गया बल्कि उनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया।
 
प्रवक्ता के मुताबिक झांकियों का यह सफर साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर अयोध्या के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए राम कथा पार्क पर सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्याभिषेक का आयोजन भी किया जाएगा जिसके साथ ही अयोध्या का दीपोत्सव अपने भव्य रूप में आरंभ होगा।
 
महोत्सव में साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और 7 झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई हैं। पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों- बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को रामायण के विभिन्न प्रसंगों का सार समझाने में सहायक हैं।
 
इस 8वें दीपोत्सव में श्रीराम की शिक्षा, सीता-राम विवाह, वन गमन, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान का लंका गमन, शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना, रावण वध, अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है।
 
शोभायात्रा के राम पथ पर आगे बढ़ते ही स्थानीय लोग सड़क के दोनों तरफ खड़े हो गए और उन्होंने पुष्पवर्षा कर उसका स्वागत किया। इस शोभायात्रा में भाग लेने वाली जम्मू-कश्मीर की साक्षी ने 'पीटीआई-वीडियो' से कहा कि हम अपने राज्य की संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।
 
राज्य सरकार ने बुधवार शाम अयोध्या में सरयू के तट पर 28 लाख से ज्यादा दीये प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड कायम करने की योजना बनाई है। इस साल जनवरी में मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव आयोजन है।
 
सरकार ने घाटों पर 5 से 6 हजार लोगों की मेजबानी की व्यवस्था की है। अन्य लोगों हेतु कार्यक्रम के सीधा प्रसारण के लिए 40 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। दीपोत्सव का उद्देश्य धार्मिक नगरी के आध्यात्मिक, पारंपरिक और सांस्कृतिक सार को प्रदर्शित करना है। इस कार्यक्रम में 6 देश म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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