UP municipal election results 2023 : उत्तरप्रदेश निकाय चुनावों में इस बार भाजपा (BJP) ने अभूतपूर्व सफलता हासिल कर विरोधी दलों को चारों खाने चित कर दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रदेश के 17 नगर निगमों में सभी मेयर भाजपा के निर्वाचित किए गए हैं। इसके अलावा 200 नगर निकायों में से जिन 199 निकायों में चुनाव हुए उनमें से भी भाजपा का प्रदर्शन सबसे शानदार है।
इसी के साथ भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने विधानसभा के दोनों उपचुनाव भी जीत लिए हैं, जिनमें रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट भी है जहां से आजम खां के साहबजादे पिछली बार भारी मतों से जीते थे। इस बार स्वार सीट पर मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा था।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह कार्यकर्ताओं की मेहनत, सरकार और संगठन के बेहतर तालमेल से निकाय चुनाव में बीजेपी ने अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने इसे सुशासन की जीत बताया है।
उत्तरप्रदेश में 17 नगर निगम में भाजपा के मेयर की जीत से साइकिल को पंचर हुई तो वही हाथी की चिंघाड़ दूर-दूर तक सुनाई नही दी है। यूपी के सभी 17 नगर निगमों में 5 साल के लिए ट्रिपल इंजन की सरकार बन गई है, ये तीसरे इंजन वाले जिले हैं आगरा, अलीगढ़, शाहजहांपुर, वाराणसी, सहारनपुर, अयोध्या, बरेली, फिरोजाबाद, प्रयागराज, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, झांसी, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, मथुरा-वृंदावन है।
ऐसे में एक साल बाद होने वाले लोकसभा चुनावों में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का संदेश साफ है कि वे अब इन दलों पर विश्वास और समर्थन नहीं कर रहे हैं। हालांकि खुले तौर पर मुस्लिम यह मानते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी के सहारे वह सत्ता में नगण्य भागीदारी ही हासिल कर सकते हैं लेकिन एआईएमआईएम को वोट देना एक संकेत भर है। Edited By : Sudhir Sharma