लखनऊ। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के मामले में पुलिस ने इस मामले के आरोपी विजय उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में मार गिराया। बताया जा रहा है कि उस्मान ने ही उमेश पर पहली गोली चलाई थी। राजू पाल हत्याकांड में उमेश प्रमुख गवाह थे। इससे पहले भी पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी अरबाज को भी मार गिराया था। उस्मान पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के कौंधियारा इलाके में पुलिस की विजय उर्फ उस्मान चौधरी के साथ मुठभेड़ हुई थी। इसी दौरान उस्मान को गोली लग गई। उसे घायल अवस्था में एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। उमेश पाल हत्याकांड में यह दूसरा एनकाउंटर है। पुलिस ने आरोपियों की सूचना देने पर पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
उल्लेखनीय है कि उमेश पाल की हत्या के मामले में गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद पर साजिश रचने का आरोप है। प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके दो गनर्स की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही आरोपियों ने उन पर गोलीबारी की थी। इस हत्याकांड को आरोपियों ने 44 सेकेंड में अंजाम दिया था।
पत्नी ने दर्ज कराई थी शिकायत : उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के आधार पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन पर धारा 147 (दंगा), 148 (दंगे, घातक हथियार से लैस), 149 (गैरकानूनी सभा के प्रत्येक सदस्य को सामान्य वस्तु के अभियोजन में किए गए अपराध का दोषी), 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) 506 (आपराधिक धमकी) और 120 बी (आपराधिक साजिश) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जया पाल ने आरोप लगाया था कि जब वे घर लौट रहे थे और उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी अपनी कार से उतरे तो अतीक अहमद के बेटे गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और उनके नौ सहयोगियों ने उन पर गोलियों और बमों से हमला कर दिया। इस घटना में उमेश पाल और उनके दोनों सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। (वेबदुनिया)