बांदा। बाबू सिंह कुशवाहा और बादशाह सिंह को भाजपा ने अपने शस्त्रागार का प्रमुख हथियार बना लिया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इनका इस्तेमाल भी शुरू हो गया है । मुस्लिम आरक्षण को निशाने पर लेकर बाबू सिंह ने कांग्रेसी क्षत्रप सलमान खुर्शीद के ग़ढ़ फर्रुखाबाद में बीती 12 जनवरी को पिछ़ड़ों को भाजपा में लामबंद करने के लिए अभियान शुरू किया है।
16 सीटों वाले बुंदेलखंड में 16 जनवरी को भाजपा जिताओ अभियान का श्रीगणेश कर रहे बादशाह सिंह की पीठ थपथपाने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी खरेला आ रहे हैं। महोबा जिले के खरेला कस्बे में 16 जनवरी को आयोजित कार्यकर्ता सम्मलेन वास्तव में बादशाह सिंह के शक्ति प्रदर्शन का आयोजन है । आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि गडकरी के शामिल होने के बादशाह सिंह के खुलासे से राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है ।
मुस्लिम आरक्षण की काट के साथ पिछ़ड़े वर्ग के मतदाताओं को जो़ड़ने के लिए कुशवाहा का इस्तेमाल भाजपा पूरे प्रदेश में करना चाहती है। लेकिन बुंदेलखंड में भाजपा की योजना बादशाह को आगे कर चुनाव ल़ड़ने की बताई जा रही है।
इन संकेतों को समझते हुए बादशाह ने वैसी ही भूमिका अपनानी शुरू कर दी है। वह कह रहे हैं कि बुंदेलखंड में नीचे परचम को उखा़ड़ फेंककर जनता केसरिया परचम फहराने जा रही है । सभी 19 सीटों पर भाजपा फतह हासिल करेगी। गडकरी की मौजूदगी में बसपा सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा किया जाएगा।