रोजमर्रा की लाइफ से हटकर कुछ लगने लगा है। मौसम कभी खुशनुमा हो जाता है तो कभी गमगीन। कभी सबकुछ बहुत अच्छा लगता है तो कभी इसके उलट बहुत ही बुरा-बुरा। इन प्वॉइंट्स पर विचार करें। यू हेव फाल इन लव।
* कॉलेज या दफ्तर से आने के बाद घर जाकर आप दोनों के किस्से अपने दोस्तों को बताते हों। दोस्त यदि आपकी हाँ में हाँ मिलाएँगे तो आपको वह देवदूत नजर आने लगेंगे और जिसने कहा नहीं यार तू गलत समझ रहा है, यह प्यार नहीं है। बस वहीं वह आपको अपना दुश्मन-सा लगने लगेगा।
* सुबह-शाम तक कई लोग आपको टोक दें, क्या बात है बड़े खुश नजर आ रहे हो। या इसके उलट कहीं खोए-खोए हो।
* रात को भी किसी भी समय उठकर आपके ख्याल में बस वही लड़की चल रही होगी। कुछ भी विचार दिमाग में आए न आए लेकिन कागज पर कुछ-न-कुछ लिखने का मन करे।
* कहीं से भी ढूँढकर बढ़िया से बढ़िया ढेरों एसएमएस अपने साथी को भेजना।
* उसे कुछ भी गिफ्ट देने के बारे में सोचते रहें। कुछ भी अच्छी फिल्म देखी और फिर सोचा यार उसे भी दिखाना चाहिए।
* अपनी छोटी-छोटी बातें भी उसे बताना शुरू कर दें। अपने आगे के प्लान में कहीं न कहीं उसकी सलाह भी शामिल करेंगे। चाहे अपने भाई के लिए लड़की देखने ही क्यों ना जा रहे हों।
* अपने परिचितों से मिलाने का मन करे। जिनके बारे में बातें करते-करते आप थकते नहीं। घर वालों से भी बगावत करने में नहीं कतराते। कुछ भी हो जाए बस घर वाले उसके बारे में अच्छा-अच्छा ही बोलें। कभी उसकी बात करने पर नाक-मुँह न सिकोड़ें।
* फोन पर बात करते समय भी आपको कोई टोके नहीं।
* हर समय बैठकर बस एकांत जगह की खोज करते रहना कहाँ पर जाऊँ कि ढूँढने से भी कोई जान-पहचान वाला न मिले।
* सामने वाले की तरफ से भी आपके मन में विचार आने लग जाएँ। वह क्या सोच रहा होगा या होगी।
गानों के बोल और फिल्मों के डायलॉग बहुत ही ध्यान से सुनने लग जाएँ। और इन्हें देखते-सुनते समय पिन ड्राप साइलेंस की जरूरत लगे। दिल को गुदगुदाने वाला यही अहसास प्यार है।
* उससे मिलने के बाद दुनिया की हर चीज खूबसूरत नजर आने लगे।
* रातों में देर तक बिस्तर पर लेटे रहें लेकिन नींद न आए। घर वालों के पूछने पर कहें कुछ नहीं। मच्छर परेशान कर रहे हैं। चाहे ऑल आउट जल रहा हो और फैन भी चल रहा हो।
* दोनों एक बात से सहमत हो जाएँ या असहमत हों। वो सहमत हो जाए तो आपकी खुशी का ठिकाना न रहेगा। दिल बाग-बाग हो जाए और असहमत हो तो आपके मुँह से निकलेगा या, यू आर राइट। शायद मैं ही गलत हूँ।
* उसके साथ-साथ घर के हरेक सदस्य से लगाव होने लग जाए। और परिचय बढ़ाने का मन करे।
* यह लेख पढ़ते समय भी उसका ही ध्यान है।
* अच्छा लगा है तो उसे भी पढ़ाने की व्यवस्था करेंगे और नहीं लगा है तो इसकी आलोचना भी जरूर करेंगे।
* गानों के बोल और फिल्मों के डायलॉग बहुत ही ध्यान से सुनने लग जाएँ। और इन्हें देखते-सुनते समय पिन ड्राप साइलेंस की जरूरत लगे। दिल को गुदगुदाने वाला यही अहसास प्यार है।
* आपने उससे भी सुंदर शख्स पहले भी देखे हैं लेकिन कभी ऐसे ख्याल आपके दिल में कभी नहीं आए जो अब आ रहे हैं।
* मार्केट में कुछ भी चीज देखते ही सोचना उसके किसी काम आ जाएगी। या उसे गिफ्ट के तौर पर दूँगा।
* बगैर किसी मौके के गिफ्ट देना शुरू करना। पूछने पर कहना यूँ ही कुछ सामान लेने गया था, अच्छा लगा सोचा ले लेते हैं।
* वास्तविक नाम से कभी-कभार ही बुलाएँ। उसका निक नेम रखना जो दोनों को ही बोलने-सुनने में बहुत अच्छा लगे। सुजाता को सूजी, पिंकेश को पिंकु, अनुराग को अनु आदि।
* किसी भी पाठ्य सामग्री या फोटो का कलेक्शन शुरू कर दें। बाजार में लगने वाले पोस्टर और श्रृंगार की वस्तुएँ दिल को मोहने लग जाएँ।
* अपने साथी की पसंद आपकी पसंद पर हावी होने लग जाए।
* फिल्म या नाटक में दिखाई देने वाली अभिनेत्री की जगह आपको वही नजर आए।
यदि ऐसा सब हो रहा है तो आप आगे-पीछे की सोचे बगैर अपने दिल की बात कह डालिए। इस वेलेंटाइन डे को मनाएँ अपने स्वीट लव के साथ।