मां सरस्वती का दिन है वसंत पंचमी,इसे बसंत पंचमी भी कहते हैं...इस दिन मां शारदा ज्ञान, वाणी, विद्या और बुद्धि का वरदान देती है... माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि इस बार 5 फरवरी 2022 को मनाई जा रही है।
इस दौरान पूजन के लिए शुभ समय 5 फरवरी को सुबह 6.43 से 12.35 तक रहेगा।
विद्या की अधिष्ठात्री है सरस्वती : देवी सरस्वती सत्व गुण संपन्न विद्या की अधिष्ठात्री है। ब्रह्मवैवर्त पुराण में वसंत पंचमी तिथि से अक्षराम्भ, विद्यारंभ को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। माता के चार भुजाओं में एक हाथ में माला, दूसरे में पुस्तक और दो अन्य हाथों में वीणा है। सुरों की अधिष्ठात्री होने के कारण इनका नाम सरस्वती हुआ। वसंत पंचमी को मां सरस्वती के साथ-साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, कॉपी, कलम और वाद्ययंत्रों की पूजा अति फलदायी मानी जाती है। पूजा में मां सरस्वती को अर्पण के बाद श्रद्धालु एक दूसरे को अबीर और गुलाल लगाते हैं।