Dakshin disha ke makan ka vastu : दक्षिण मुखी घर एक समय के बाद बुरा फल देना प्रारंभ करता है। हालांकि कई जगहों पर यह देखा गया है कि आसपास वास्तु के अनुसार कुछ चीजें होती है जिसके कारण उसका बुरा फल नहीं मिलता है। दक्षिण दिशा पर मंगल का प्रभाव रहता है इसलिए मंगल हमारे शरीर में खून, रिश्तों में भाई और लड़ाई-झगड़े का सूचक है। यह दिशा यम की दिशा भी मानी गई है। इसलिए इस दिशा का दोष दूर करना होता है। यदि आपका भी घर दक्षिण मुखी है तो जानिए वास्तु के कुछ खास टिप्स, जिन्हें करना जरूरी है।
4. बदलाव :-
दक्षिण दिशा में मुख्य द्वारा या खिड़की है तो उस द्वारा या खिड़की को बदलकर पश्चिम, उत्तर, वायव्य, ईशान या पूर्व दिशा में लगाने से भी दक्षिण के बुरे प्रभाव बंद हो जाते हैं।