2. हवा और प्रकाश : वायव्य, उत्तर और ईशान की दिशा में हवा और प्रकाश के आने के रास्ते बनाएं। नैऋत्य और दक्षिण से हवा को प्रकाश के रास्ते बंद कर दें। इसके लिए किसी वास्तु शास्त्री से मिलकर काम कर सकते हैं।
3. हरसिंगार का पेड़ : हरशिंगार के फूल बहुत ही सुंदर और सुगंधित होते हैं। यह घर आंगन की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। इसका घर के आसपास होना बहुत ही शुभ माना गया है। हरसिंगार का वृक्ष जिसके भी घर के आसपास होता है उसके घर के सभी तरह के वास्तुदोष दूर हो जाते हैं। हरसिंगार के फूल जिसके भी घर-आंगन में खिलते हैं, वहां हमेशा शांति और समृद्धि का निवास होता है।
4. सुगंध : घर के सभी कमरों में सुगंध का अच्छे से प्रयोग करें। इसके लिए स्प्रे करें या धूपबत्ती से सुगंधित वातावरण बनाएं। हर दिन बदल बदल कर सुगंध का प्रयोग करें। घर के अंदर या आसपास सुगंधित पौधे या वृक्षों को लगाएं। जैसे रातरानी, मोगरा, चमेली, मधुमालती आदि। गुग्गल और अष्टगंध की सुगंध अत्यंत ही प्रिय होती है।
5. बर्तन : घर के किचन में पीतल और तांबे के बर्तनों की मात्रा बढ़ा दें और नॉनस्टिक, प्लास्टिक, कांच और स्टेनलेस स्टील के बर्तनों की संख्या कम कर दें। पीतल के बर्तन माता लक्ष्मी को प्रिय है। पीतल के बर्तन वैसे भी शुभ माने जाते हैं। घर में इनकी अधिकता होता चाहिए।