सोशल मीडिया पर स्टैंप लगे एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की पासबुक की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर के वायरल होने से बैंक के ग्राहक सकते में आ गए हैं। यह तस्वीर तब आई है जब सहकारी बैंक पीएमसी घोटाले (PMC Bank Scam) के भांडाफोड़ के बाद रिजर्व बैंक (RBI) ने पीएमसी बैंक के कारोबार पर छह महीने के लिए कई प्रकार की पाबंदियां लगा दी हैं। इसके ग्राहक एक तय सीमा से अधिक धन की निकासी नहीं कर पा रहे हैं।
क्या है स्टैंप की सच्चाई-
स्टैंप लगी पासबुक की तस्वीर वायरल होने के बाद निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक ने अपने ट्विटर हैंडल पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए लिखा है कि वह यह स्टैंप 22 जून, 2017 के रिजर्व बैंक के सर्कुलर के तहत लगा रहा है। यह सर्कुलर नया नहीं है। आरबीआई के इस सर्कुलर के तहत सभी कमर्शियल बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेट बैंक को यह जानकारी ग्राहकों की पासबुक के पहले पन्ने पर देनी होगी।
आरबीआई का नियम क्या कहता है?
आरबीआई ने जमाकर्ताओं को उनकी जमाराशियों पर मिलने वाले इंश्योरेंस कवर पर कुछ नियम बनाए हैं। आरबीआई के स्वामित्व वाली डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (DICGC) के नियम के अनुसार देश में कार्यरत सभी बैंकों का बीमा होता है और आपके द्वारा जमा किए गए रकम में से केवल एक लाख रुपये का ही इंश्योरेंस कवर है। यह कवर सभी तरह के खातों पर लागू है।
DICGC की साइट पर भी यह देखा जा सकता है-