Fact Check: क्या देश की छवि सुधारने के लिए मीडिया ब्लिट्ज की योजना बना रही मोदी सरकार?

सोमवार, 24 अगस्त 2020 (19:47 IST)
सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि केंद्र सरकार भारत की वैश्विक रैंकिंग को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत छवि सुधार के लिए मीडिया ब्लिट्ज की योजना बना रही है। इन दावों के साथ यूजर्स कुछ मीडिया रिपोर्ट्स भी शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल-

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने छवि सुधारने में सरकारी पैसे का उपयोग किया है। वायरल मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी सरकार प्रेस की स्वतंत्रता और आतंकवाद सहित 29 वैश्विक सूचकांकों पर भारत की रैंकिंग में सुधार करने के लिए काम कर रही है।

Economic slump, unemployment, Chinese aggression ail our country.

GOI: Let's spend taxpayers' money on ‘image correction’.https://t.co/xSElOP4c5U

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 21, 2020


क्या है सच-

भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने वायरल खबर का खंडन किया है। पीआईबी फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है- ‘नीति आयोग ने ऐसे किसी मीडिया ब्लिट्ज की योजना नहीं बनाई है।’

Claim: NITI Aayog is planning a media blitz to boost India’s rank on global indices for image correction. #PIBFactCheck: @NITIAayog has not planned any such media blitz. This claim is just an extrapolation of the discussion pic.twitter.com/JUUEHSlDUq

— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 24, 2020

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