सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधुनिक सिंगापुर के संस्थापक व महान नेता ली कुआन यू से तुलना करती एक खबर काफी वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि सिंगापुर के एक अखबार ने पीएम मोदी की तारीफ की है और उनकी तुलना अपने महान नेता ली कुआन से किया है। इस दावे के साथ कथित सिंगापुर के अखबार की खबर की हेडिंग और तस्वीर भी शेयर की जा रही है, जिसमें मोदी और कुआन के आधे-आधे चेहरों को मिलाकर भारत के प्रधानमंत्री को सिंगापुर के महान नेता के बराबर बताया गया है।
Congress Mukt Bharat, I Support Narendra Modi, We Support Republic समेत कई भाजपा समर्थित फेसबुक पेजेस ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है- ‘यह सिंगापुर के अखबार की हेडिंग है। वे जानते हैं कि यह शक्स कौन है। उम्मीद है कि आप इस बात को जल्द समझेंगे। यह एक गर्व का पल है और हम खुशनसीब हैं कि ऐसे समय में पैदा हुए, क्योंकि आज हम अपने देश को बदलते देख रहे हैं। ली कुआन यू वह शख्शियत हैं जिन्होंने मछली व्यापार करने वाले एक छोटे से शहर सिंगापुर को आर्थिक शक्ति के रूप में बदला। दूसरे देश हमारे प्रधानमंत्री के प्रयासों की प्रशंसा कर रहे हैं।’
कई अन्य यूजर्स और फेसबुक पेजेस ने भी यह तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है - ‘ये सिंगापुर के अखबार की हैडलाइन है! जिसमें नरेंद्र मोदी की तुलना ली कुआन से की गई है, ली कुआन वो शख़्सियत थे जिन्होंने सिंगापुर को एक छोटे से ‘फ़िशिंग टाउन’ से विश्व में एक ‘इकोनॉमिक पावरहाउस’ बना दिया।’
क्या है सच्चाई?
जब हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च में डाला तो हमें www.governancenow.com की एक लिंक मिली, जिसमें ‘मोदी और नोटबंदी के बारे में विदेशी मीडिया क्या कहते हैं’ शीर्षक से एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट 17 नवंबर 2016 को पब्लिश की गई थी। इस रिपोर्ट में वायरल तस्वीर तो मिल गई, लेकिन रिपोर्ट से पता चला कि सिंगापुर की ‘द इंडिपेंडेंट’ अख्बार ने लिखा है कि भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नोटबंदी की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की तुलना सिंगापुर के महान नेता से की और उसने कहा कि a new Lee Kuan Yew is born in India। गौर करें कि अखबार की हेडिंग भी तो यही है।
फिर हमने ‘a new Lee Kuan Yew is born in India’ कीवर्ड से गूगल में सर्च किया, तो हमें टाइम्स ऑफ इंडिया के ई-पेपर की एक लिंक मिली, जिसमें 10 नवंबर 2016 के इकनॉमिक टाइम्स का एक आलेख था, जो कि टेक्स्ट व्यूह मोड में था। इसको प्रिंट व्यूह मोड में बदला तो हमें वायरल तस्वीर की खबर ही नजर आई। आप भी देखें।
अब यह साफ हो गया कि वायरल खबर सिंगापुर के किसी अखबार की नहीं, बल्कि इकनॉमिक टाइम्स की थी। लेकिन खुद अखबार ने भी अपनी तरफ से मोदी की तुलना कुआन से नहीं की थी, बल्कि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को लेकर एक सरकारी सूत्र (या अधिकारी) के बयान को अपनी रिपोर्ट की हेडिंग बनाया था।
आपको बता दें कि 2016 में भी यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।
हमारी पड़ताल में सिंगापुर के एक अखबार का पीएम मोदी की तुलना अपने महान नेता ली कुआन से करने का दावा झूठा साबित हुआ।